आईआईटी मंडी में सोमवार को छठे दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में 211 विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी गईं। समारोह में आईआईटी मद्रास के निदेशक पद्म श्री प्रो. अशोक झुनझुनवाला ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उनके साथ लद्दाख निवासी सुप्रसिद्ध इंजीनियर सोमन वांगचुक ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। समारोह में आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. टीमोथी ए गोंजाल्विस ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और आए हुए मेहमानों का स्वागत किया।
बताया जा रहा है कि इसमें 29 पीएचडी, 11 एमएस (रिसर्च), 28 एमएससी (रसायन विज्ञान), 11 एमएससी गणित, 20 एम.टेक और 112 बी.टेक की डिग्रियां शामिल हैं। आईआईटी से पास आउट हो चुके नेहा मुथियन और सिद्धांत कुमार को संयुक्त रूप से राष्ट्रपति गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। नेहा मुथियन और सिद्धांत कुमार दोनों की इस कामयाबी को देखते हुए इन्हें संयुक्त रूप से प्रैसिडेंट गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
समारोह के अतिथि प्रो. अशोक झुनझुनवाला ने अपने संबोधन में आईआईटी मंडी द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि 'आईआईटी एक ऐसा संस्थान हैं जहां से पढ़कर निकलने वाले छात्र उत्कृष्ट होते हैं। ऐसे में आईआईटी के पास देश की हर समस्या का समाधान होना चाहिए। यहां से पढ़कर निकले छात्र यह नहीं कह सकते हैं कि कोई काम उनके लिए असंभव है। यदि वे ऐसा कहते हैं तो फिर आईआईटी जैसा संस्थान फेल हो जाएगा। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि आज देश के आईआईटी संस्थानों से पढ़कर निकलने वाले बहुत ही कम छात्र विदेश जा रहे हैं। अधिकतर अपने देश में भी आधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल करके अपनी सेवाएं दे रहे हैं।'