विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में 71वें गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता की। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड में पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, स्काऊट एवं गाईड और विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। पुलिस उप-निरीक्षक तनुजा ने परेड का नेतृत्व किया। इस अवसर पर जनसमूह को सम्बोधित करते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने बताया कि, वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान 70 साल से अधिक आयु वर्ग के 3 लाख 57 हजार वरिष्ठ नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा पैशन प्रदान की जा रही है।
उन्होंने लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि 26 जनवरी, 1950 को स्वतंत्र भारत देश द्वारा अपने संविधान को अपनाया गया था, जिसके साथ भारत सही अर्थों में गणतंत्र बना। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान हमारे देश को एक प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणतंत्र घोषित करता है और सभी देश वासियों को बिना भेदभाव के विकास एवं उत्थान के समान अवसर प्रदान करता है। उन्होने लोगों से राष्ट्र की एकता औ अखण्डता बनाए रखने का आह्वान किया। प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश देने के लिए तीन स्कूलों और महाविद्यालय के छात्रों को कपड़े के बैग बांटने वाले संगडाह के एसके टेलर को भी विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा पुरस्कृत किया गया। संगड़ाह में दर्जी की छोटी सी दुकान चलाने वाले सुरेश कुमार प्रधानमंत्री मोदी की अपील से प्रभावित होकर अपने क्षेत्र को पोली बैग मुक्त करने के लिए गत साल से लोगों को सिलाई के बाद बचने वाले फालतू कपड़े के थैले बनाकर फ्री बांट रहे हैं।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि जिला सिरमौर में 74 करोड 22 लाख रूपये की राशि सामाजिक सुरक्षा पैंशन पर व्यय की जा चुकी है और वर्तमान में 10,331 नए पात्र लाभार्थियों को समाजिक सुरक्षा पैंशन से लाभान्वित किया जा रहा है। इनमें 70 साल से अधिक आयु वर्ग के 4745 वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं। जिला में अनुसूचित जाति उप योजना के अतंर्गत गत वित्त वर्ष के दौरान 61 करोड़ रूपये की राशि विभिन्न विकास कार्यों पर व्यय की गई जबकि चालू वित्त वर्ष में माह सितम्बर, 2019 तक 12 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होने बताया कि जिला में चालू वित वर्ष में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर दिसम्बर, 2019 तक 31 करोड 49 लाख रूपये की राशि व्यय हुई है। इस दौरान पेयजल और सिंचाई योजनाओं के लिए 53 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है जिनमें पेयजल योजनाओं पर 28 करोड़ रुपए जबकि सिंचाई योजनाओं पर 25 करोड़ रूपये व्यय किये जा रहे हैं।
उपाध्यक्ष ने बताया कि जिला सिरमौर की 228 ग्राम पंचायतों में से 227 को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है और वर्तमान में जिला में सड़कों की कुल लम्बाई 3118 किलोमीटर है। इनमें 1748 किलोमीटर पक्की जबकि 1370 किलोमीटर कच्ची सड़के हैं। उन्होंने बताया कि, जिला में वित्त वर्ष 2019-20 में जल जीवन मिशन के अंतर्गत चरण-1 में 21 पेयजल योजनाओं के निर्माण के लिए 229 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है जिसके तहत 4669 घरों में पेयजल के कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए है। इसी प्रकार इस योजना के चरण-2 के तहत 110 नई योजनाओं को स्वीकृति हेतु सरकार को प्रेषित किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा साल 2019 में स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अन्तर्गत प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के उन्नत समाधान के लिए जिला सिरमौर को प्लास्टिक कचरे की पॉलीब्रिक्स बनाकर बेहतर निष्पादन के लिए देश के 732 जिलों में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया। उन्होंने इस सफलता के लिए उपायुक्त सिरमौर डॉ आरके परूथी को बधाई दी और उनके इस अनूठे प्रयास को सराहा। आयुष्मान भारत योजना के अतंर्गत जिला सिरमौर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा अभी तक 69 हजार 519 कार्ड और हिमकेयर योजना के तहत 19 हजार 527 कार्ड और चालू वित्त वर्ष के दौरान अभी तक 383 विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किये गए है।
इस मौके पर जिला प्रशासन सिरमौर द्वारा पॉलीब्रिक्स, पौधारोपण, शून्य लागत कचरा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, से नो टू यूज प्लास्टिक, जल शक्ति अभियान तथा बेसहारा पशु पर आधारित थीम परेड का आयोजन कर लोगों को जागरूक करने का अनूठा प्रयास किया गया और विधानसभा उपाध्यक्ष ने पॉलीब्रिक्स व पौधारोपण पर आधारित दो पुस्तिकाओं का विमोजन भी किया और बीएसएनल द्वारा आगामी पांच सालों तक दी जा रही मुफ्त वाई-फाई सुविधा का शुभारम्भ किया जोकि उपायुक्त कार्यालय जिला महिमा पुस्तकालय और चौगान में उपलब्ध होगी। इस अवसर पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों, महिला मण्डल पराडा, आईआरबी की छठी वाहिनी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।उपाध्यक्ष विधानसभा हंस राज ने इस मौके पर अधीशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग विजय कुमार अग्रवाल को प्लास्टिक कचरे का प्रयोग कर ढिमकी से भूडपुर तक 1 किलोमीटर सड़क का निर्माण करने के लिए तथा अध्यक्ष पर्यावरण समिति नाहन डॉ0 सुरेश जोशी को पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सम्मानित किया।