शिमला में एशिया का एकमात्र प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक लक्कड़ बाजार में स्केटिंग शुरू हो गई है। बता दें कि शिमला घूमने आये पर्यटकों के लिए स्केटिंग रिंक काफी आकर्षण का केंद्र रहता है। शिमला आइस स्केटिंग क्लब के कार्यकारी कमेटी सदस्य राजन भारद्वाज ने बताया कि अगर मौसम साफ़ रहा तो दिसंबर के अंतिम सप्ताह में शिमला के स्केटिंग लवर के लिए विंटर कार्निवाल का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा जिमखाना का आयोजन भी होगा, जिसमें जंप ऑन बास्केट, रिले, रेस, डांसिंग ऑफ़ दी आइस, आइस हॉकी और मार्शल टिटो जैसी खेल स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी।
वहीं, स्केटिंग कोच पंकज ने बताया कि 2 जनवरी से लेह में होने वाली स्केटिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है। 6 वर्ष से अधिक के बच्चों के लिए दो तरह की 300 और 500 मीटर की स्केटिंग रेस होगी, जिसमें विजेता रहने वाले बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने का मौका मिलेगा।
प्राकृतिक रूप से बर्फ जमने की खासियत रखने वाले आइस स्केटिंग रिंक शिमला की देश ही नहीं विदेश में भी अलग पहचान है। शिमला के प्राकृतिक स्केटिंग रिंक को अगले साल बने हुए सौ साल भी पुरे होने वाले हैं। शिमला स्केटिंग रिंक लक्कड़ बाजार के निर्माण की कहानी काफी दिलचस्प है।
आयरलैंड के एक सैन्य अधिकारी ब्लेस्सिंगटन ने इस स्केटिंग रिकं का निर्माण किया था। ब्लेस्सिंगटन ने अपने घर के बाहर एक पानी की बाल्टी रखी,जिसमें एक दिन बाद सुबह को बर्फ जमने से उनके दिमाग में इस रिकं को बनाने का विचार आया और शिमला के लक्कड़बाजार में 1920 को इस रिंक का निर्माण किया गया। तब से लेकर अभी तक इस रिंक में स्केटिंग की कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हो चुकी हैं लेकिन बीते कुछ साल से मौसम में आ रहे बदलाव के कारण शिमला स्केटिंग क्लब प्रतियोगिता नहीं करवा पा रहा है।