स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने के बावजूद भी जहां धर्मशाला की हालत बद से बद्दतर होती जा रही थी। वहीं, अब स्मार्ट सिटी को आईएएस अधिकारी संदीप कदम के तौर पर प्रबंध निदेशक मिल जाने से स्मार्ट प्रोजेक्ट पर कामकाज भी शुरू हो गया है। संदीप कदम को इसी सप्ताह स्मार्ट सिटी की कमान मिली है और उन्हें जैसे ही धर्मशाला की नगर निगम से छुटकारा मिला है वैसे ही उन्होंने दोगुने उत्साह के साथ अपना सारा ध्यान स्मार्ट सिटी पर केंद्रित कर दिया है। इसकी बानगी तुरंत मोर्चा संभालते हुए शहर के नामी सरकारी भवनों पर लंबे अरसे से लग रहे सोलर पावर प्लांट को पूरा करके दिखा दी है।
संदीप कदम ने पहले चरण में 1.59 करोड़ के सोलर पावर प्रोजेक्टों को पूरा करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 342 किलोवॉट पावर का इन सोलर पावर प्रोजेक्टों से दोहन किया जाएगा। जो कि स्मार्ट सिटी के मेगा प्रोजेक्ट्स में से एक है। कदम ने बताया कि इसके अलावा अभी आगे भी कई चरणों में कई सरकारी भवनों पर सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। लेकिन पहले चरण में उनकी ओर से सबसे ज्यादा जोनल हॉस्पीटल धर्मशाला में 2 सौ किलोवॉट, शिक्षा बोर्ड के भवन की छत पर 100 किलोवॉट जबकि स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स और सामुदायिक भवन की छतों पर 20-20 किलोवॉट के सोलर पावर प्लांट लगाए गए हैं और जल्द ही इनका उद्घाटन भी कर दिया जाएगा।
काबिलेगौर है कि धर्मशाला को देश में 100 स्मार्ट शहर बनाने की सूची में शामिल किया गया है लेकिन बीते दो सालों में धर्मशाला की हालत बेहद बद्दतर हुई है। लेकिन अब स्मार्ट प्रोजेक्ट्स में शुरू हो रहे कामों को देखते हुए धर्मशाला वासियों की उम्मीदों पर एकबार फिर पंख लग गए हैं।