एसएमसी अध्यापक संघ ने सरकार को 13 फरवरी तक नियमित करने को लेकर लिखित में आश्वासन देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार 13 फरवरी तक एसएमसी अध्यापकों को लेकर स्पष्टीकरण नहीं देती है तो 14 फरवरी को एसएमसी अध्यापक संघ परिवार सहित सचिवालय का घेराव करेगा। अगर फिर भी सरकार ने नीति नहीं बनाई तो क्रमिक और आमरण अनशन करने भी एसएमसी अध्यापक संघ ने चेतावनी दी है।
शिमला में पत्रकार वार्ता कर एसएमसी अध्यापक संघ ने कहा कि प्रदेश के दुर्गम इलाकों में कार्यरत 2255 एसएमसी अध्यापकों से सरकार भेदभाव कर रही है। पीटीए, पेट और पैरा अध्यापकों के लिए सरकार ने नियमित करने की नीति बनाई है जबकि एमएमसी को केवल आश्वासन ही मिले हैं। सरकार एसएमसी अध्यापकों को नियमित करने को लेकर स्पष्टीकरण दे, अन्यथा अध्यापक सड़कों पर आने को मजबूर होंगे।
गौरतलब है कि 2012 में एसएमसी अध्यापकों की नियुक्ति हुई थी, लेकिन 10 साल सेवाएं देने के बावजूद भी इनको नियमित करने को लेकर सरकार ने कोई नीति नहीं बनाई है। अब इन लोगों ने सरकार को एक तरह से 13 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है।