प्रदेश सरकार द्वारा बस किराया वृद्धि के विरोध में कांग्रेस द्वारा जिला मुख्यालय में किए गए विरोध प्रदर्शन में कोरोना संकट के बावजूद सामाजिक दूरी की अवहेलना हुई। जिला भर के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता धर्मशाला में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने पहुंचे थे। जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में शहीद स्मारक में एकत्रित हुए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने डीसी कार्यालय तक रैली निकाली और डीसी कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आलम यह था कि कार्यकर्ताओं के साथ-साथ नेताओं में भी सामाजिक दूरी नजरअंदाज रही। कोरोना संकट के चलते एमएचए की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है, इसके बावजूद कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई।
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय महाजन ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बस किराया में 25 फीसदी वृद्धि के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है। सरकार इस वृद्धि को वापिस ले। सरकार ने डीजल व पेट्रोल के दाम बढ़ाकर आम गरीब वर्ग की परेशानी बढ़ा दी है। आज हमने बहुत कम लोगों के साथ प्रदर्शन किया है, जिसमें ब्लाक अध्यक्ष, विधायक और पूर्व विधायक शामिल रहे। भाजपा वाले हवन कर रहे, जन्मदिन मना रहे, लेकिन अंधी-बहरी सरकार कुछ नहीं सुन और देख रही है। सबको कहा था कि कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और मास्क का उपयोग करें, मास्क सभी ने पहना है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग में हो सकता है कि हमारे कहने के बावजूद कोई चूक रह गई हो। कानून सभी के लिए बराबर होना चाहिए।
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि कोरोना संकट के चलते एमएचए की गाइडलाइन के अनुसार सोशल और राजनीतिक कार्यक्रम नहीं हो सकते, ऐसे में जो सोशल डिस्टेंसिंग के जो नियम सरकार द्वारा बनाए गए हैं, उनकी अवहेलना की गई है तो जो भी कानूनी कार्रवाई होगी पुलिस के माध्यम से वो की जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना नहीं की गई है तो यह कानूनन अपराध बनता है, एमएचए की गाइडलाइन अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।