सामाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार दलित ने कहा कि असम मे तिब्बती समुदाय के लोग धर्मगुरु दलाई लामा को भारत रत्न देने की मांग उठा रहे हैं। हम पूछना चाहते हैं कोरोना काल में और देश हित में ऐसा कौन सा काम धर्मगुरु दलाई लामा ने किया जिसके लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया जाना चाहिए?
रवि कुमार दलित ने कहा कि अगर देश के अंदर रूहानियत में संत मार्ग की ओर ले जाने का काम राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने किया है और नशा के खिलाफ कोरोना काल में सबसे अधिक लोगों की सेवा जोकि पॉजिटिव थे। उनके लिए अपने सत्संग घरों के दरवाजे खोल दिए और साध संगत को भी यही हुक्म था कि पूरी तरह से सेवा करिए लंगर अपार बरताए गए पैक करके लंगर घरों-घरों तक पहुंचाया गया जो लोग लॉकडाउन के दौरान रोजी रोटी नहीं कमा पा रहे थे।
उन्हें पैक कर के लंगर घरों तक पहुंचाया गया और अपार सेवा राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने की और इस दौरान कोई भी ऐसा धार्मिक संगठन नहीं था या संस्था नहीं थी। जिसने अपने सत्संग घर कोरोना महामारी में कोरोना पॉजिटिव लोगों की सेवा को दिए हो हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास के धर्मगुरु गुरविंदर सिंह ढिल्लो को भारत रत्न पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाए।