मेहनत-मजदूरी और थोड़ी-सी जमीन पर खेती-बाड़ी करके जैसे-तैसे गुजर-बसर करने वाला गरीब भी क्या अपने परिवार के लिए खूबसूरत आशियाने का ख्वाब देख सकता है? क्या कभी वह भी अपना पक्का मकान बना सकता है? सचमुच, आम लोगों के लिए कभी यह असंभव ही लगता था। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 तक भारत के हर परिवार को मकान मुहैया करवाने का संकल्प लिया तो कुल्लू जिला की ग्राम पंचायत पीज के सोहन लाल जैसे देश के करोड़ों गरीबों के सपनों को मानों पंख लग गए हों। हर गरीब को घर मुहैया करवाने के लिए आरंभ की गई प्रधानमंत्री आवास योजना से अब करोड़ों लोगों के सपने साकार हो रहे हैं।
इसी योजना के तहत प्राप्त धनराशि से जिला कुल्लू में भी कई गरीब परिवारों के आशियाने तैयार हो रहे हैं। सोहन लाल भी इन्हीं में से एक हैं। मेहनत-मजदूरी और अपनी थोड़ी-सी जमीन पर खेती-बाड़ी से किसी तरह अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले सोहन लाल कई सालों से अपने लिए मकान बनाने का सपना देख रहे थे, लेकिन सीमित साधनों के कारण उनका यह ख्वाब दूर की कौड़ी ही साबित हो रहा था। कई सालों तक कड़ी मेहनत करने के बावजूद उनके सपनों का घर आकार नहीं ले पा रहा था। लेकिन, पिछले साल सोहन लाल को जब ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी मिली तो मानों उनकी तकदीर ही बदल गई।
उनको इस योजना के तहत मकान निर्माण के लिए एक लाख 30 हजार रुपये की धनराशि मंजूर हुई। कुछ महीनों में ही उन्हें इस धनराशि की पहली किश्त के रूप में 65 हजार रुपये प्राप्त हुए और उन्होंने मकान का कार्य आरंभ कर दिया। देखते ही देखते उनके सपनों का आशियाना तैयार होने लगा। सोहन लाल को अब 35 हजार रुपये की दूसरी किश्त भी प्राप्त हो चुकी है, जिससे मकान के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। इससे सोहन लाल, उनकी पत्नी और दोनों बेटियां बहुत ही खुश हैं। उधर, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी सुरजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि कुल्लू जिला में इस वित वर्ष में 125 गरीब परिवारों को मकान बनाने के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। प्रत्येक परिवार को एक लाख 30 हजार रुपये की धनराशि मंजूर की गई है। इनमें से अधिकांश मकानों के कार्य पूरे होने वाले हैं।