राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज सोलन जिला के दाड़लाघाट में स्थित अंबुजा सीमेंट प्लांट का दौरा किया। अंबुजा सीमेंट के अधिकारियों से बात करते हुए राज्यपाल ने जल और प्लास्टिक प्रबंधन में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि वह समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि कंपनी विभिन्न माध्यमों से प्रयोग में लाए जा रहे कुल पानी को समाज को लौटा रही है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा, सोलन, शिमला और हमीरपुर जिलों से से एकत्रित प्लास्टिक को कम्पनी भट्ठी में प्रयोग में लाकर इसका निपटारा कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सहकारी समितियों की सहायता कर उद्योग अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर सकता है।
राज्यपाल ने युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान करने में अंबुजा के योगदान की सराहना की। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि वर्ष, 2007 से अब तक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान दाड़लाघाट ने 3494 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिनमें 1288 छात्राएं शामिल हैं। इन प्रशिक्षित युवाओं में 1188 ने स्वरोज़गार अपनाया है और 1757 को रोज़गार के अवसर प्राप्त हुए हैं। उन्होंने अंबुजा प्रशासन से कौशल उन्नयन के कार्य आगे भी चलाए रखने की अपील की। इस अवसर पर राज्यपाल ने अंबुजा इकाई के परिसर में पीपल का पौधा रोपित किया।
अंबुजा सीमेंट के इकाई प्रमुख अनुपम अग्रवाल ने इकाई की विभिन्न गतिविधियों से राज्यपाल को अवगत करवाया। इसके उपरान्त राज्यपाल ने दाड़लाघाट स्थित अमृत धारा दुग्ध सहकारी समिति के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। अंबुजा की सहायता से समिति दूध एवं पनीर उत्पादन कर रही है। अमृत धारा दुग्ध सहकारी समिति की प्रधान रेणु ठाकुर ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि समिति निकटवर्ती गांवों से 600 लीटर दूध का संग्रहण कर रही है। राज्यपाल ने समिति के सदस्यों से लोगों को आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक करने की अपील की।