एक पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी क्या होती है? सही मायने में आज जो परिभाषा है वो है अपराधियों को सही रास्ते पर लाना और जुर्म की घटनाओं को रोकना। लेकिन एक अधिकारी ऐसी भी हैं जो इस परिभाषा को बदल रहीं है। यह अधिकारी समाज में ऐसा माहौल बना रहीं हैं जिससे कि अपराध जैसी घटना ही न हो!…हम बात कर रहे हैं युवा एसपी शालिनी अग्निहोत्री की।
आमतौर पर एसपी की ड्यूटी 10 बजे शुरू होती है, लेकिन कुल्लू की युवा एसपी की ड्यूटी सुबह आठ बजे से ही शुरू हो जाती है। सुबह आठ बजे एसपी बॉयज स्कूल कोचिंग देने पहुंच जाती हैं। युवा एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने अपनी तरह आईपीएस तैयार करने की ठानी हैं। इसके लिए वह प्रतियोगी परीक्षाओं की 60 बच्चों को निःशुल्क पढ़ा रही हैं। 23 मई से यह सिलसिला चल रहा है।
जिला की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली पुलिस अधीक्षक ने अब बच्चों के भविष्य को संवारने की भी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई है। एक साल पहले शुरू किए 'मिशन सहभागिता आपकी और हमारी' के तहत पहले नशे पर प्रहार किया और अब कुल्लू के युवाओं को तराशना शुरू दिया है।
एसपी शालिनी अग्निहोत्री आठ से नौ बजे तक एक घंटे की क्लास में यूपीएससी, एचपीपीएससी की निशुल्क कोचिंग दे रही हैं।
सहभागिता आपकी और हमारी प्रोजेक्ट के तहत चले इस अभियान में बीडीओ कुल्लू भी एसपी की अनुपस्थिति में कोचिंग दे रही हैं। बीडीओ भी बच्चों को विभिन्न विषयों पर जानकारी मुहैया करवा रही हैं। प्रोजेक्ट की सफलता के बाद आनी व निरमंड ब्लॉक समन्वयक दीवान राज के जरिये इन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।
एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि कई बार होनहार बच्चे कोचिंग के अभाव में यूपीएससी व एचपीपीएससी सहित अन्य परीक्षाओं में पिछड़ जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मिशन सहभागिता के तहत इन कोचिंग कक्षाओं को शुरू किया गया है। मैं स्वयं और अन्य अधिकारी भी इसमें सहयोग कर रहे हैं।