पोलियो की तर्ज पर अब टीबी के मरीजों की भी खोज की जाएगी। इसके लिए 15 से 30 जनवरी तक हमीरपुर ज़िला में घर-घर जाकर अभियान चलाया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए टीमों का गठन कर लिया गया है जो गांव में जाकर टीवी के प्रति लोगों को जागरूक भी करेंगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. पुष्पेंद्र वर्मा ने आज हमीरपुर में बताया कि इसके लिए ज़िला के ब्लॉकों में आशा वर्कर और हेल्थ वर्कर की टीमें घर-घर जाकर टीबी के मरीजों को चिन्हित करेंगी। प्रत्येक टीम में तीन सदस्य नामित किए गए हैं। उन्होंने बताया है कि टीमें ऐसे मरीजों को जिनको दो सप्ताह में खांसी आना, भूख नलगना, बलगम में ख़ून आना रात में पसीना आना, गर्दन या बग़ल में गांठ होना, वजन कम होना जैसे लक्षणों से ग्रस्त हैं की जांच करेंगी।
जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग उनका निशुल्क इलाज करेगा। उन्होंने कहा कि 'टीबी हारेगा इंडिया जीतेगा ' का लक्ष्य साकार करने के लिए प्रदेश को 2022 तक टीबी मुक्त कर लिया जाएगा। इसके लिए अति आधुनिक मशीनों से ज़िला अस्पताल में टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है । इस मौक़े पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सावित्री कटवाल ने भी अभियान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।