शिमला से महज 7 किलोमीटर दूर मज्याठ वार्ड में पिछले कई सालों से मूलभूत सुविधा एंबुलेंस मार्ग न होने से गुस्साए स्थानीय लोगों ने सुबह जतोग रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने रेलवे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। वार्ड पार्षद दिवाकर शर्मा की अध्यक्षता में 500 से अधिक स्थानीय लोगों ने भारी संख्या में भाग लेकर रेल पटरी पर बैठकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ रोष दिखाया। सुबह 8 बजे यह प्रदर्शन शुरू हुआ। एंबुलेंस मार्ग से वंचित वार्ड के लोगों का कहना है कि रेल मंत्रालय जब शिमला कालका रेल मार्ग पर बाशा और बिशा में ओवर ब्रिज बनाने की अनुमति दे सकता है।
वहीं, सोलन के चंबाघाट में रेल पटरी सड़क के बीच आने पर वहां ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है। इसी तरह धर्मपुर में ओवर ब्रिज बनाया है तो मज्याठ वार्ड में एंबुलेंस मार्ग बनाए जाने की अनुमति क्यों नहीं दे रहा है। एंबुलेंस मार्ग न बनने से मरीजों को पिछले कई वर्षों से भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है मरीजों को स्टेचर पर उठाकर या तो न्यू टुटू या फिर नालागढ़ मार्ग तक पहुंचाना पड़ रहा है। ऐसे में अब स्थानीय लोगों ने ठान लिया है कि आवाज को बुलंद करने के लिए ऐसे कदम उठाए जाऐंगे और तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा जब तक एम्बुलेंस मार्ग का रास्ता साफ नहीं होता।