हिमाचल होटल मजदूर लाल झण्डा युनियन के महासचिव विनोद विरसान्टा ने कहा कि कोरोना महामारी को आज 1 साल से ज्यादा समय हो गया है। लेकिन हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार पटरी पर नहीं लोटा है। 2020 में कोविड-19 कि वजह से पर्यटन कारोबार बुरी तरह से खत्म हुआ था जिसकी वजह से होटल व रैस्टोरैंट में कार्य कर रहे हाजारों मुजदूरों को अपना नोकरी से हाथ धोना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि बडी मुश्किल से अब पर्यटन कारोबार पटरी पर आना शुरू हुआ था लेकिन कोरोना महामारी के कारण कुछ दिन पहले प्रदेश सरकार ने कुछ ऐसे आदेश जारी किए हैं जिसके कारण पर्यटन कारोबार पर फिर से खतरा मडराने लगा है। ऐसे में होटल मालिकों की चिंता भी बढ़ने लगी है। लेकिन उनके साथ सबसे ज्यादा आज होटलों और रेस्तरां में कार्य कर रहे हजारों मजदूरों को नोकरी की चिंता सताने लगी है। क्योंकि कुछ होटल मालिकों ने मुजदूरों को घर भेजना शुरू कर दिया है । ऐसी स्थिति में मजदूरों को अपना घरों का खर्चा चलाने के लिए हालात ओर भी मुश्किल हो जाएगें।
विनोद विरसान्टा ने कहा कि हिमाचल होटल मजदूर लाल झण्डा युनियन प्रदेश सरकार से मांग करती है कि कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश सरकार मजदूरों के लिए अर्थिक पैकेज लेकर आए ताकि मजदूरों को कुछ राहत मिल सके। अनयथा हजारों मजदूरों को विवश होकर सडकों पर आदोंलन करना पड़ेगा।