हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड संघ को भी काफी उमीदें है। संघ ने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह से कर्मचरियों को 3 प्रतिशत डीए देने के निर्देश दिए है उसी तरह बोर्ड कर्मचारियों की मांगों को भी पूरा करेंगे। इस बारे में संघ के अध्यक्ष बलबीर चंदेल ने कहा कि जब भी बीजेपी की सरकार सत्ता में आती रही है तब हिमाचल के कर्मचारियों के हितों की रक्षा हुई है और कर्मचारियों को लाभ मिला है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने प्रदेश को जयराम ठाकुर जैसा युवा मुख्यमंत्री दिया है और वह बोर्ड के कर्मचारियों की हर मांग को पूरा करेंगे। चंदेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में लगभग 80 हज़ार कर्मचारी है जिन्हें पेंशन नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि 2003 से पुरानी पेंशन स्कीम बंद कर दी थी उसे दोबारा शुरू करवाने के लिए मुख्यमंत्री से बहाली की मांग करेंगे।
वहीं, जिन कर्मचारियों को मेडिकल रेवर्समेंट 2012 से नहीं मिल रही है उसे दोबारा शुरू करवाने के लिए भी मुख्यमंत्री से मांग की जाएगी। जो कर्मचारी 2010 के बाद 6 साल के अनुबंध पर आये थे और बाद में उस अनुबंध को 3 साल कर दिया। चंदेल ने कहा कि बोर्ड में कर्मचारियों, और पदाधिकारियों के जो पद खाली पड़े है उन्हें भी भरने के लिये सी एम से गुहार लगाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि बोर्ड के सह सचिव और अवर सचिव के पदों को पदो उन्नत करने का मामला भी मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई जायेगी।
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि ओपन स्कूल, प्राइवेट स्कूल में निरीक्षण के लिए निरिक्षण दल का गठन किया जाएगा और यह दल इस बात का निरीक्षण करेगा कि स्कूल बोर्ड द्वारा पब्लिश किताबें पढ़ा रहा है या किसी अन्य पब्लिशर की किताबें बच्चों को पढ़ाई जा रही हैं। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि 2 तारिक को वह शिमला जा कर मुख्यमंत्री को बधाई देंगे उन्हें शीतकालीन सत्र के दौरान बोर्ड परिसर में आने के लिए निमंत्रण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि धर्मशाला आने पर मुख्यमंत्री का संघ जोरदार स्वागत करेगा।