कुल्लू के बंजार में सैंज बाजार की गलियां कई सालों से रात को नहीं चमकी हैं। देश के कई राज्यों को रोशन करने वाला सैंज क्षेत्र खुद अंधेरे में डूबा है। सैंज बाजार उपतहसील मुख्यालय हैं, लेकिन यहां पर स्ट्रीट लाईंटों के उज्ज्वल न होने से यहां रात को अंधेरा पसरता है। अंधेरे में रहने का कारण यहां बिजली की कमी नहीं, बल्कि इस गांव में बिजली की व्यवस्था सही न होना है।
बता दें कि सैंज में ही एनएचपीसी के पार्वती जलविद्युत परियोजाना-1, 2 और 3 प्रोजेक्ट लगाए गए हैं। यहीं से ही देश के कई राज्यों की बिजली जाती है। लेकिन देश को उज्जवल करने वाला ये गांव खुद अंधेरे में डूबा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पार्वती परियोजना को निर्मित करने वाली एनएचपीसी ने 10 वर्ष पहले यहां बाजार को रोशन करने के लिए 18 स्ट्रीट लाईटें लगाई हैं, लेकिन अब तक इन स्ट्रीट लाईटों को पावर कनेक्शन नहीं दिया गया है जिस कारण यह लाईटें खंभों में शो-पीस बनकर लोगों को मुंह चिढ़ा रही है।
वहीं, लोगों का कहना है कि वे कई बार इस मामले को लेकर एनएचपीसी के अधिकारियों के पास गए लेकिन आज तक अधिकारियों के कान पर जूं भी नहीं रेंगी हैं। एनएचपीसी ने चार लाख खर्च करके यह लाईटें लगाई है, लेकिन पावर कनेक्शन न मिलने से जहां पैसे की बर्बादी हुई है। वहीं, जनता को स्ट्रीट लाईट की सुविधा नहीं मिल पा रही है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र स्ट्रीट लाईटों का बहाल नहीं किया तो बाजार के लोगों को एनएचपीसी का घेराव करना पड़ेगा।