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प्रतिबंधित दवा की स्प्रे करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई, SDM ने जारी किए आदेश

नवनीत बत्ता |

मंडी के अंतर्गत पड़ते सराज के जंगलों, चारागाहों, घासनियों और बागीचों में प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर घास सुखाकर मटर की फसल बीजने वालों की अब खैर नहीं है। देर से ही सही सराज का प्रशासन अब जाग गया है। एसडीएम सराज ने वन व राजस्व विभाग को ऐसे लोगों की सूची तैयार कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। एसडीएम के इन सख्त आदेशों के बाद सराज की मटर वैल्ट में हड़कंप मच गया है।

राजस्व और वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी फील्ड में जाकर ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रहे हैं जिन्होंने पैसा कमाने के लालच में प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर वातावरण को दूषित कर रखा है। तहसीलदार थुनाग और नायब तहसीलदार छतरी को भेजे आदेश में एसडीएम ने साफ लिखा है कि चिऊणी, लंबाथाच, शिल्हीबागी, बागाचुनोगी, कलहणी, रोड आदि पंचायतों में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर घास को सुखाया गया है। इससे इसका जहर नदी नालों में घुलकर लोगों के घरों में पहुंच रहा है जिससे गंभीर बीमारी फैलने का आंदेशा है।

गौरतलब है कि 15 से 20 दिन पहले सराज की मटर वैल्ट में लोगों ने जंगलों, चारागाहों और घासनियों में प्रतिबंधित दवाओं की स्प्रे कर रखी है जिससे घास सूख गई है। यह दवा इतनी जहरीली है कि इसका पानी पीने से मवेशी बीमार हो रहे हैं और उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो रही है। बरसात के मौसम में जहां पर स्प्रे हुई है वह जगह साफ देखी जा सकती हैं। आजकल सुखाई गई इन जगहों पर मटर बीजाई जोरों पर हो रही है।

दवा विक्रेताओं के खिलाफ चुप्पी:

एसडीएम सराज ने अपने आदेश में सिर्फ दवा की स्प्रे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है मगर प्रतिबंधित दवा बेचने वालों पर चुप्पी साध रखी है। थुनाग, जंजैहली, थाची, बालीचौकी, छतरी और जरोल की कई दुकानों में धडल्ले से प्रतिबंधित दवा बेची जा रही है।

गोहर प्रशासन मौन:

उपमंडल गोहर के कई स्थानों पर प्रतिबंधित दवा की स्प्रे कर वन संपदा सूखाई गई है। बालीचौकी तहसील की थाची, पंजाई, सोमनाचनी, बागी भनवास और नलबागी पंचायतों के कई स्थानों पर स्प्रे की गई है यहां तकि थाची क्षेत्र के लोगों ने इस बाबत शिकायत भी कर रखी है मगर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं कि जो कई सवाल खड़े कर रहा है।

ग्लाइसिन की स्प्रे से मौत को दावत:

जंगल, चारागाह और घासनियों में मटर बीजने के लिए घास सुखाने को इस्तेमाल की जा रही प्रतिबंधित दवा ग्लाइसिन की स्प्रे धीमी मौत है। सराज की मटर वैल्ट के लोग मौत के इस सामान का इस्तेमाल धडल्ले से कर रहे हैं। जाने- अनजाने में लोग पेयजल स्त्रोतों के पास भी घास सुखाने के लिए प्रतिबंधित ग्लाइसिन की स्प्रे कर रहे हैं जो बरसात के पानी में धुलकर पेयजल स्त्रोत तक पहुंच रही है और ग्लाइसिन युक्त यह पानी हमें गंभीर रूप से बीमार कर रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट के अनुसार इससे कैंसर होता है जो हमारे शरीर को खोखला कर रहा है। खरपतवार नाशक दवा को बैन किया जा चुका है मगर हैरानी की बात है कि सराज के लोगों को यह दवा आसानी से मिल रही है।