गुड़िया मामले में पुलिसकर्मियों को गिरफ्तारी ने एक बार फिर मामले को तूल दे दी है। कानून व्यवस्था से नाखुश छात्र संगठन और प्रदेश के तमाम जनता सड़कों पर उतर आई है और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रही है। गुरुवार को सड़कों पर उतरी प्रदेश की जनता ने शिमला में धारा 144 का उल्लंघन किया और पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की भी की है।
गुस्साए लोगों एवं छात्र संगठनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले में सारी कार्रवाई प्रदेश सरकार के इशारों पर की जबकि अपने आधार पर पुलिस जांच करती तो मामला कब का सुलझ जाता। प्रदेश सरकार ने ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है जिसका खुलासा सीबीआई ने किया। छात्र संगठनों का कहना है कि अब साफ तौर पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपने पद से इस्तीफा दें, नहीं तो आंदोलन तेज किया जाएगा।