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चंबा: छात्रों के भविष्य के खिलवाड़, एक शिक्षक के भरोसे चल रहा यह स्‍कूल

मृत्युंजय पूरी |

प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ कर रही है यह गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल चिल्ली में साफ तौर पर दिख रहा है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने दूरदराज के क्षेत्रों में स्कूल तो खोल दिए हैं लेकिन वह भूल गई है कि वहां बच्चों को शिक्षा देने के लिए टीचर की भी जरूरत होती है।  चंबा जिला के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल चिल्ली की बात करें तो वहां पर पिछले साल स्कूल का दर्जा बढ़ाया गया था।

लेकिन स्कूल को स्कूल का दर्जा बढ़ाने के बाद वहां पर एक भी शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं भेजा गया। स्कूल में एकमात्र प्रिंसिपल थे। वह भी कुछ ही दिन पहले वहां से स्थानांतरित हो चुके हैं। अब स्कूल का एक मात्र सहारा TGT मैडिकल उत्तम सिंह जो कि स्कूल इंचार्ज के रूप में यहां रह गए हैं।  इस बात से साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा  सकता है कि प्रदेश सरकार स्कूल के बच्चों के भविष्य के साथ किस तरह से खिलवाड़ कर रही है।

रोजाना  बच्चे अपने घरों से  स्कूल पढ़ने के लिए आते हैं लेकिन अपनी क्षमता के अनुसार खुद ही पढ़कर शाम को वापस अपने अपने घर  चले जाते हैं।  आप बच्चों के साथ अभिभावकों को भी बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। अगर समय रहते यहां पर कोई शिक्षक नहीं आया तो बच्चों का भविष्य अंधकार में होना तय है।

क्या कहते हैं स्कूल के छात्र

वहीं शिक्षा ग्रहण करने आए छात्रों ने बताया कि उनके स्कूल में पिछले कई महीनों से अध्यापक नहीं आए हैं। वह सुबह रोज आते हैं और शाम को वैसे ही बिना पढ़े अपने घरों को चले जाते हैं।  बच्चों ने बताया कि अगर स्कूल को अपडेट करना ही था तो यहां टीचर क्यों नहीं भेजे गए तो इसे अपग्रेड करने का क्या फायदा हुआ। बच्चों ने बताया कि उनका भविष्य खतरे में है क्योंकि टीचर के बिना उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है। बच्चों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर समय रहते उनके स्कूल में अध्यापक नहीं तैनात किए गए तो वह एक आंदोलन करेंगे स्कूल में ताला लगा देंगे और वह सड़कों पर भी उतर सकते हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग से आग्रह किया है कि उनके स्कूल में जल्द से अध्यापकों की तैनाती की जाए ताकि वह सही तरीके से पढ़ सके।

क्या कहते है स्कूल के इंचार्ज

स्कूल के इंचार्ज ने बताया पिछले साल ही स्कूल को अपग्रेड किया गया था लेकिन उसके बाद यहां पर कोई भी अध्यापक नहीं भेजा गया जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई में काफी दिक्कत आ रही है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले स्कूल के प्रिंसिपल को यहां से स्थानांतरित कर दिया गया था और अब वह स्कूल का कार्यभार  वह  ही संभाले हुए हैं।  उन्होंने बताया कि इस समस्या को उन्होंने विभाग से की बार अवगत करवाया है लेकिन अभी तक विभाग द्वारा कोई भी अध्यापक स्कूल में नहीं भेजा गया है।