शिक्षण संस्थानों द्वारा वसूली जा रही ट्यूशन फीस के नाम पर अतिरिक्त फीसों और यूआईटी द्वारा बढ़ाई गई फीसों के खिलाफ छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। छात्र संगठनों ने कोरोना काल में इस तरह के निर्णयों को छात्रों के विरुद्ध बताया है।
बता दें कि सरकार की तरफ से केवल ट्यूशन फीस लेने के ही निर्देश निजी शिक्षण संस्थानों को दिए गए हैं। बावजूद इसके कुछ संस्थान ट्यूशन फीस के नाम भारी फीसें वसूल कर रहे हैं। जिसके खिलाफ छात्र संगठन लामबंद हो गए हैं और बढ़ी हुई फीसों के निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की है। ऐसा न करने पर सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
प्रदेश विश्वविद्यालय के यूआईआईटी द्वारा बढ़ाई गई फीसों को लेकर एसएफआई ने एचपीयू में और एबीवीपी ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और फीसों को वापस लेने की मांग की। छात्र नेताओं ने कोरोना काल मे फीसों को बढ़ाना और ट्यूशन फीस के नाम पर भारी भरकम फीसें वसूलना छात्रों के अहित में बताया है। छात्र संगठनों ने एचपीयू प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी है कि अगर फीस वृद्धि का फैसला वापस न लिया तो छात्र उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।