चंबा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तीसा में बुधवार को स्टाफ न होने को लेकर स्कूली विद्यार्थी हड़ताल पर बैठ गए हैं। विद्यार्थियों ने कहा कि जब तक स्कूल में स्टाफ की तैनाती नहीं होगी, तब तक कक्षाओं का बहिष्कार जारी रहेगा।
जानकारी के लिए बता दें तीसा स्कूल में करीब 864 स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। स्कूली छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्टाफ की तैनाती के बारे में वह कई बार स्कूल प्रशासन व शिक्षा विभाग से मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। वहीं, स्कूल प्रबंधन समिति बच्चों को हड़ताल पर जाने से रोक रहे थे। स्कूली छात्र-छात्राओं ने कहा कि स्टाफ के ज्वाइन करने के बाद ही अब वह कक्षाओं में लौटेंगे।
वहीं, अभिभावकों का कहना है कि स्कूल में लंबे समय से अध्यापकों के पद खाली पड़े हुए हैं जिसके चलते बच्चों द्वारा कक्षाओं का बहिष्कार किए जाने का निर्णय बिलकुल सही है। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ती है तो वो लोग भी अपने बच्चों के साथ उनके आंदोलन में शामिल होंगे।
वर्तमान समय में स्कूल में प्रवक्ता अंग्रेजी, वाणिज्य, राजनीति शास्त्र, बायोलॉजी, इतिहास, भाषा अध्यापक के पद खाली पड़े हुए हैं। जिस बारे में एसएमसी ने शिक्षा विभाग व एसडीएम चुराह को कई बार सूचित किया है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक स्टाफ की तैनाती नहीं हुई है।
एसडीएम चुराह हेम चंद वर्मा ने बताया कि स्कूल में हड़ताल के बारे जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई है। जिसके चलते जल्द ही अस्थायी व स्थाई रूप से अध्यापकों की कमी को दूर किया जायेगा।
बता दें कि पिछड़े जिला चंबा में बहुत से स्कूलों में अध्यापकों के पद खाली चल रहे हैं। इससे पहले बघेइगढ़ स्कूल में धरने के बाद स्कूली छात्र भूख हड़ताल पर बैठ थे जिसके बाद विस उपाध्यक्ष हंसराज ने ये आश्वासन दिया था कि चंबा से सभी स्कूलों में पद भरें जाएंगे।