फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में कटे अंगों को जोड़ने की सुविधा मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। कट चुकी अंगुली, हाथ, पैर, नस या कोई अन्य अंग हो, फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के ट्रॉमा एक्सपर्ट आवश्यक सर्जरी को अंजाम देकर इनका उपचार कर देते हैं। बशर्ते मरीज एक्सीडेंट के तुरंत बाद अस्पताल पहुंच जाए। अंग कटे हुए हिस्से को भी संभालकर साथ लाना आवश्यक होता है। इस तरह की सुविधा के लिए मरीजों को प्रदेश से बाहर जाना पड़ता था, लेकिन देरी होने के कारण इसका इलाज होना संभव नहीं हो पाता था।
अब फोर्टिस कांगड़ा में यह सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को जहां भारी राहत मिल रही है। फोर्टिस अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के तहत इस सर्जरी प्रक्रियाओं को अंजाम दिया जा रहा है। अस्पताल में हाल ही में पूरी तरह से कटे अंगुठे, अंगुलियां, हाथ, पैर व कटी नसों का सफल इलाज किया है। इसमें मरीजों को बिना वक्त गंवाए आवश्यक सर्जरी की गई, जिसमें माइक्रोवास्कुलर सर्जरी व स्किन की ग्राफ¨टग विधियां शामिल की गई।
प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रभारी डॉ. ठाकुर थुस्सु ने बताया कि अस्पताल हर तरह के एक्सीडेंट में कटे अंगों का उपचार करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि इस तरह की सर्जरी के लिए दुर्घटना के तीन-चार घंटे से पहले मरीज के अस्पताल पहुंचने पर बेहतर नतीजे प्राप्त होते हैं। डॉ. ठाकुर थुस्सु को कटे व जले अंगों का उपचार करने में महारत है। उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री कोलकाता से व एमसीएच यानी सुपर स्पेशलाइजेशन की डिग्री सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली से प्राप्त की। करीब पांच वर्ष के प्रोफेशनल तजुर्बे के बाद डॉ थुस्सु फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में अपनी विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।