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ऐसे हो रही सरकारी पैसे की बर्बादी, सिस्टम की कुंभकर्णी नींद का ये है जीता जागता उदाहरण

संजय गुलेरिया, धर्मपुर |

मंड़ी के संधोल में कोठुवां में करीब 6 गांव के छात्र छात्राओं को लाभान्वित करने एकमात्र राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में इस स्कूल के एक भवन  कार्य आरंभ हुआ था । सरकार बदली लेकिन हालात जस के तस बने रहे, स्थिति यह है कि आज भी भवन का कार्य अधर में लटका हुआ है। सीमेंट के करीब 60 बैग सेट होकर बर्बाद हो गए है। जिससे सरकारी सम्पत्ति का भी नुक़सान हुआ है। अगर ये बैग किसी जनहित में लगाए होते तो कम से कम किसी का भला तो होता। वहीं ठेकेदार का कोई अता पता नहीं है, ना ही कोई पूछने वाला है।

वहीं स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पवन कुमार का कहना है कि कई बार इस मुद्दे को उठाया गया। प्रस्ताव और पत्राचार किए गए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है, यही नहीं इस बात को स्थानीय विधायक और मंत्री के समक्ष भी उठाया गया था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। एसएमसी प्रधान पवन कुमार के अनुसार बच्चो के लिए पर्याप्त क्लासरूम  न होने से पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य नरदेव सिंह  कहना है कि ठेकेदार को कई बार काम पूरा करने को कहा गया परन्तु ठेकेदार काम करने में आनाकानी कर रहा है।