विधायक सदर कुल्लू सुंदर सिंह ठाकुर ने भुंतर और कुल्लू शहर में कूडे कचरा की विकराल समस्या के स्थाई समाधान के लिए कार्यकर्ताओं के साथ शहर में रोष रैली निकाली। सैंकड़ो कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ ढालपुर चौक से उपायुक्त कार्यलय तक रैली निकालकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ के सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उपायुक्त कार्यलय के बाहर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ आरोप लगाया कि 2017 में एनजीटी ने पिरडी डंपिंग साइट को बंद करने के निर्देश दिए थे और प्रशासन को डंपिंग साईड चिंहित करने के निर्देश दिए थे।
उन्होंने कहा कि प्रशासन के अधिकारियों ने जनता की समस्या के समाधान के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाए और शहर में कूड़े कचरे से जनता को बदबू का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान प्रशासन के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता की समस्या का समाधान नहीं होगा तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उग्र आंदोलन करेगी। कुल्लू और भुंतर शहर में कूड़े की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है और जिससे शहर में सैंकड़ों जगह कूड़े के ढेर लगे है। 27 जून को उपायुक्त कुल्लू से मिला था और 30 जून तक मनाली में एनर्जी प्लांट को शुरू करने पर सारा कूड़ा कचरा शिफ्ट होगा, लेकिन डेढ़ माह से शहर में कूड़ा कचरे का उचित प्रबंध नहीं हो रहा है।
सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि 30 जून के बाद नगर परिषद कुल्लू की बैठक में नगर परिषद कूड़े कचरे की समस्या के समाधान के लिए प्रबंध करने में अस्मर्थ थे। मॉनसून सीजन शुरू हो गया है और शहर और गांव में कूड़े कचरे के ढेर लगे हैं जिससे सारा कचरा ब्यास नदी में जाएगा जिससे पर्यावरण को बड़े स्तर पर नुक्सान होगा। एनजीटी ने साल 2017 में पिरडी डंपिंग साइड बंद करने के निर्देश दिए थे। हैरानी की बात है कि प्रशासन ने 2 सालों के बाद भी डंपिंग साईड नहीं ढूंढी जिससे पिछले कई माह से शहर में गंदगी के ढेर से महामारी फैल रही है। कुल्लू और भुंतर को छोड़ कर ग्रामीण क्षेत्रों में भी कूड़े के निष्पादन के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। प्रशासन ने कूड़े की समस्या के स्थाई समाधान के लिए कार्य नहीं किया जिससे ऑफिसर बदले पर समस्या जैसे की तैसे बनी हुई है।