Follow Us:

भाजपा नेता जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं: आरएस बाली

|

 

  • आरएस बाली ने पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर के आरोपों को तथ्यहीन और बेबुनियाद बताया
  • बाली ने भाजपा पर जनता में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया
  • एचपीटीडीसी होटलों की मरम्मत और राजस्व वृद्धि पर सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर की

समाचार First Desk


हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के अध्यक्ष आरएस बाली ने मंगलवार को धर्मशाला में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर पर कड़े प्रहार किए। उन्होंने बिक्रम ठाकुर द्वारा लगाए गए आरोपों को तथ्यहीन और असंवैधानिक बताते हुए कहा कि यदि उनके पास कोई सबूत है तो उसे सार्वजनिक करें। उन्होंने कहा कि कागजों से छेड़छाड़ का आरोप लगाना तर्कहीन है और यह सवाल उठाया कि क्या हिमाचल हाईकोर्ट ने गलत तथ्यों के आधार पर फैसला सुनाया है।

धौलाधार होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में आरएस बाली ने बिक्रम ठाकुर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “यदि बिक्रम ठाकुर का दावा है कि सरकार राज्य संपत्तियों को बेचने की योजना बना रही है या अदालत में झूठे दस्तावेज जमा किए गए हैं, तो उन्हें इन आरोपों को हलफनामे के जरिए प्रमाणित करना चाहिए। मैं उन्हें ऐसा करने की चुनौती देता हूं।”

आरएस बाली ने भाजपा नेताओं पर जनता के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह उनकी तीसरी प्रेस वार्ता है जिसमें उन्होंने भाजपा के राकेश पठानिया और सुधीर शर्मा जैसे नेताओं के आरोपों का जवाब दिया।

आरएस बाली ने भाजपा नेताओं पर निगम के होटलों की कुर्की और बिक्री को लेकर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से जनता में भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने बिक्रम ठाकुर को चुनौती दी कि वे अपने आरोपों को हलफनामे के माध्यम से प्रमाणित करें।

आरएस बाली ने बताया कि भाजपा सरकार ने अपने पांच वर्षों में एचपीटीडीसी के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मात्र 29 करोड़ रुपये दिए, जबकि कांग्रेस सरकार ने दो वर्षों में 36 करोड़ रुपये वितरित किए हैं। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों और निगम के प्रति कांग्रेस सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

पर्यटन निगम के होटलों की मरम्मत और उन्हें बेहतर बनाने की योजना पर बाली ने कहा कि सरकार ने होटलों की आय बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। सरकार के दो साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि इस अवधि में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की गई हैं।