बीबीएमबी की जमीन पर कब्जा कर बनाये गए टैक्सी एवं जीप स्टैंड को वहां से हटाने की कवायद पर आपरेटर भड़क उठे हैं। वीरवार को स्टैंड खाली करवाने पुलिस के साथ पहुंचे बीएसएल परियोजना के अधिकारियों के समक्ष उन्होंने इसे एकतरफा कार्रवाई करार देते हुए एकाएक स्टैंड खाली करवाने पर रोष जताया है। जबकि बीएसएल प्रबंधन खुफिया विभाग के निर्देश के अनुसार यहां पर बीएसएल परियोजना का पुलिस गार्द सुरक्षा बैरक बनाने की बात कह रहा है। जिसके लिए यह स्थान चयनित किया गया है। जबकि आपरेटरों की मांग है कि जब तक स्थानीय प्रशासन उनके लिए अन्यत्र स्थान चिंहित नहीं करता उन्हें वहां से न हटाया जाए।
गौरतलब है कि करीब 15 साल पूर्व जो स्थान टैक्सी स्टैंड के लिए प्रयोग किया जाता था। उस पर सरकार ने सिंचाई एवं जन स्वास्थय विभाग का वृत कार्यालय बना दिया था। जिसके बाद टैक्सी आपरेटरों की मांग पर उस दौरान उन्हें स्टैंड के सामने बीबीएमबी की खाली पड़ी जमीन पर शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन इसके लिए बीबीएमबी प्रबंधन से कोई मंजूरी नहीं ली गई थी। अब बीएसएल प्रबंधन का कहना है कि बीएसएल परियोजना के जलाशय और टनलों की सुरक्षा को लेकर देश के खुफिया विभाग ने प्रबंधन को जलाशय के किनारे पुलिस गार्द सुरक्षा बैरक बनाने के निर्देश दिये हैं, जिसके लिए सबसे उपयुक्त स्थान है।
टैक्सी यूनियन के प्रधान चुनी लाल, उप प्रधान पीतांबर सिंह और चेयरमैन विपिन शर्मा ने अगली व्यवस्था होने तक स्टैंड न हटाने की प्रशासन से गुहार लगाई है। इधर, बीएसएल परियोजना के वरिष्ठ कार्यकारी अभियंता बीआरएससी एवं पीडी मंडल ई.सीएम शर्मा ने सुरक्षा की दृष्टि से यहां गार्द बैरक बनाने के लिए अवैध कब्जा हटाने को आवश्यक बताया है। इधर, तहसीलदार सुंदरनगर उमेश शर्मा ने टैक्सी यूनियन की मांग पर परियोजना प्रबंधन से इसे हटाने के लिए कुछ समय देने का आग्रह किया गया है।