मुख्यमंत्री के गृह जिला से संबंध रखने वाले नर्वदा की जान अब बच पाएगी। उनके पति जो पैसे को लेकर दर बदर ठोकरे ख़ा रहे थे और अपनी पत्नी की जान की दुहाई दे रहे थे वे भी अब अपनी पत्नी को दोबारा हस्ते हुए देख पाएंगे। समाचार फर्स्ट की ख़बर के बाद जयराम सरकार तुरंत प्रभाव से परिवार की मदद के लिए आगे आई है और उन्होंने नर्वदा के इलाज के लिए मदद दी है।
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क्या है मामला…??
दरअसल, मुख्यमंत्री के गृह जिला और सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली नर्वदा देवी का परिवार बिन पैसे नर्वदा की हार्ट सर्जरी नहीं करवा पा रहा था। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में जब वे गए तो वहां पता चलता है कि सर्जरी में उनका आयुष्मान कार्ड इस्तेमाल नहीं होगा। डॉक्टर ने उनकी सर्जरी का एस्टिमेटिड खर्चा क़रीब 4 लाख बताया है, जिसका बंदोबस्त वे नहीं कर सकते।
पति लाभ सिंह का कहना था कि वे एक छोटी सी प्राइवेट जॉब करते हैं और उसके सहारे उनका घर का गुजर बसर मुश्किल से चलता है। ऐसे में इतना खर्चा कर पाना उनके बस में नहीं। आयुष्मान कार्ड के तहत भी मुफ़्त इलाज का कोई प्रावधान नहीं और अग़र इसका फायदा ही नहीं है तो इसे बनाया ही क्यों। इस मसले पर उन्होंने स्थानीय विधायक से भी बातचीत की, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने मीडिया के सामने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई।
मीडिया में ख़बर प्रकाशित होने के बाद जयराम सरकार ने तुरंत प्रभाव से उनकी मदद की और उन्हें मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से सर्जरी की राशि का चेक सौंपा गया। आपको बता दें कि अस्पताल ने मरीज को 3 लाख 75 हज़ार के खर्चा बताया था जिसकी राशि सरकार ने जारी कर दी है। वहीं, आयुष्मान कार्ड पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है कि यदि इस कार्ड के जरिये बीमारियों के इलाज खर्च की सुविधा ही नहीं तो इसे क्यों बनाया गया है…??
प्रगति महिला मण्डल ने दिए 15 हजार
प्रगति महिला मण्डल लोअर देरडू (कपाही) ने नर्वदा देवी के ईलाज के लिए उनके पति को 15 हजार का चेक सौंपा है।ग़ौर है कि गत रोज भी असहाय सेवा समिति द्वारा 10 हजार की सहायता उपलब्ध करवाई गई थी।