लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बेशक स्पष्ट तौर पर यह आदेश जारी कर दिए गए हैं कि सड़कों के निर्माण में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। और सड़कें डालते ही टारिंग उखड़ती है तो ऐसे ठेकेदारों को भी नहीं बख्शा जाएगा। लेकिन हमीरपुर में जयराम ठाकुर के सभी आदेशों की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। यहां हमीरपुर के बस स्टैंड रोड पर रविवार को बारिश के दौरान लोक निर्माण विभाग ने संबंधित ठेकेदार से टारिंग तो करवा दी लेकिन रविवार को टारिंग करवाने के बाद ही सड़क उखड़ने शुरू हो गई थी। सोमवार रात को को हुई भारी बारिश के बाद तो यह सड़क पूरी तरह उखड़ गई है और अब सड़क की हालत वैसी ही हो चुकि है जैसी पहले थी।
इससे स्पष्ट होता है कि बेशक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विभाग की समीक्षा बैठक में इस तरह के आदेश तो दे रहे हैं लेकिन न तो अधिकारी और न ही ठेकेदार जयराम के इन आदेशों को गंभीरता से लेते नजर आ रहे हैं। वहीं हमीरपुर शहर के लोग कहते हैं कि बड़े लंबे अरसे के बाद स्थानीय विधायक को इस सड़क की याद तो जरूर आई लेकिन उन्होंने ऐसा काम करवाया कि बरसात के साथ ही टारिंग उखड़ गई।
स्थानीय लोगो ने कहा की हमे यहां वहुत परेशानी हो रही बारिस से पड़े खड्डों से पानी सीधा दुकानों के अंदर आ रहा है यदि लोक निर्माण विभाग को सड़क पर टारिंग करवानी थी तो पहले ही करवा देते बारिश में की टारिंग कुछ घंटों के बाद ही पहले की स्थिति में आ गई तो इससे अच्छा था ठीक नहीं करते। जब इस बारे में लोकनिर्माण भिवाग से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने न्यूज़ का नाम सुन कर काल नहीं उठाई इससे पता चलता है की विभाग की मिली भगत के कारण ही ठेकेदार को काम दिया गया और उसने भी सड़क को काला कर पैसा जेब में डाला।