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दुबई एयर शो में तेजस विमान क्रैश में नगरोटा बगवां के नमन स्याल शहीद

दुबई एयर शो में तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त, कांगड़ा के फ्लाइट लेफ्टिनेंट नमन शहीद
35 वर्षीय नमन के परिवार में पत्नी भी वायुसेना में पायलट, पीछे छोड़ी 7 वर्षीय बेटी
भारतीय वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए, पहली बार एयर शो में तेजस हादसा


दुबई एयर शो के अंतिम दिन शुक्रवार 21 नवंबर 2025 को भारतीय वायुसेना का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस (LCA Tejas) हवाई करतब के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान के पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट नमन, जो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के निवासी थे, इस दुर्घटना में शहीद हो गए।

भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक बयान जारी कर नमन के निधन की पुष्टि की है और दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं।

यह हादसा दोपहर लगभग 2:10 बजे (स्थानीय समय) उस समय हुआ जब तेजस विमान शो के दौरान उड़ान भरते हुए तेज मोड़ पर असंतुलित हो गया और कुछ ही पलों में ज़मीन पर जोरदार धमाके के साथ गिर पड़ा।

क्रैश होते तेजस में भीषण आग लग गई। क्रैश साइट से घने काले धुएं का गुबार उठता नजर आया।

क्रैश के तुरंत बाद विमान में आग लग गई और आसमान में घना काला धुआं फैल गया। मौजूद दर्शक और प्रतिनिधि इस घटना के गवाह बने और यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।

फ्लाइट लेफ्टिनेंट नमन की शहादत ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले और विशेषकर नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र स्थित उनके गांव पटियालाकर (योल के पास) को शोक में डूबा दिया है। 35 वर्षीय नमन के पिता गगन कुमार सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हैं, जबकि उनकी माता वीना देवी गृहिणी हैं। नमन की पत्नी अफसान भी भारतीय वायुसेना में पायलट हैं और उनकी एक 7 वर्षीय बेटी है। परिवार ने बताया कि अभी तक नमन का पार्थिव शरीर गांव नहीं पहुंचा है और इस संबंध में प्रशासन और सेनाधिकारियों के साथ बातचीत जारी है।

गांव के लोग बताते हैं कि नमन हमेशा से विमान उड़ाने का सपना देखते थे और वायुसेना में उनका चयन पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय था। उनकी शादी को 16 वर्ष हो चुके थे और वे एक जिम्मेदार अधिकारी और संवेदनशील इंसान के रूप में पहचाने जाते थे।

भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने इस घटना को एक बड़ी क्षति बताते हुए कहा है कि यह इतिहास में पहला मौका है जब तेजस विमान किसी अंतरराष्ट्रीय एयर शो के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। भारतीय वायुसेना ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।

हिमाचल प्रदेश ही नहीं, पूरा देश आज एक ऐसे जांबाज़ पायलट की शहादत पर शोक में डूबा है, जिसने देश की सुरक्षा और गौरव के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।