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हिमाचल के सबसे बड़े साढ़े 4 हज़ार करोड़ के टेक्नोमैक कंपनी घोटाले में फ़रार प्रबन्ध निदेशक दुबई से गिरफ्तार

पी. चंद |

पांवटा साहिब में पांवटा साहिब-नाहन मार्ग पर स्थित इंडियन टेक्नोमैक कंपनी में करोड़ों के घोटाले में फ़रार एमडी को इन्टरपोल ने दुबई से गिरफ्तार कर लिया है। 2016 में इंडियन टेक्नोमैक कंपनी प्रबंध निदेशक राकेश कुमार शर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी के बेटे विनय शर्मा, रंगनाथन श्रीनिवासन और अश्वनी कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था। यह मामला आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 470, 71 और 34 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। प्रदेश के अब तक के सबसे बड़े टैक्स घोटाले, बैंकों से ऋण और आयकर विभाग की देनदारियों नहीं चुकाने आदि संगीन मामलों में आयकर विभाग ने पांवटा साहिब पुलिस उपमंडल के तहत माजरा थाने में मामला दर्ज करवाया था।

आयकर विभाग से दर्ज शिकायत में कंपनी के प्रबंध निदेशक समेत चार लोगों ने 2175 करोड़ 51 लाख के टैक्स घोटाला, बैंकों के 2300 करोड़ के लोन और आयकर विभाग के 780 करोड़ रुपए की कंपनी पर देनदारी नहीं चुकाने पर दर्ज़ किया। हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रमुख एसआर मरडी ने बताया कि टेक्नोमैक कंपनी के प्रबंध निदेशक के ख़िलाफ़ चालान पेश किया गया था। साथ ही रेड उद्घोषित अपराधी घोषित कर सीबीआई के इन्टरपोल के जरिये कार्नर नोटिस जारी किया गया। लेकिन दुबई में एमडी राकेश शर्मा की लोकेशन पता नहीं थी। लेकिन इसका एक साथी जो हरियाणा जेल में बंद है। अनिल जैन उसकी निशानदेही पर इन्टरपोल ने इसे गिरफ्तार कर लिया है। हिमाचल पुलिस अब सारे सबूत देगी और आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीजीपी के मुताबिक़ पुलिस ने इस मामले में 22 लोगों को गिरफ़्तार किया जिनमें से 9 टेक्नोमैक कंपनी के कर्मचारी हैं।