सोलन का पुराना टूरिज्म कार्यालय भवन जर्ज़र हो चुका है।आपको बता दें कि विभाग का सोलन बाईपास पर चंबाघाट में नया भवन बनने के बाद कार्यालय इसमें शिफ्ट हो गया है। अब पुराना भवन रखरखाव के अभाव में खंडहर में तबदील होता जा रहा है। खंडहर बनते जा रहे इस भवन में अब भी विभाग के कर्मचारी परिवारों के साथ रह रहे हैं। भवन से न केवल इसमें रह रहे कर्मचारियों व उनके परिवारों को खतरा बना हुआ है बल्कि आसपास के छोटे रिहायशी मकान भी खतरे की जद में हैं।
अधिकारी कर रहे नज़रअंदाज
इस भवन की स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत करने के बाद भी विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। रखरखाव के अभाव में इस भवन की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं और इसकी छत भी जगह-जगह से गिर रही है। इनका इस बात पर आनाकानी करना वहां के लोगों को मुसीबत में डाल सकता है। लोगों ने भवन को गिराने या फिर इसकी मुरम्मत करवाने की मांग की है।
भवन की सीवरेज कर रही वातावरण को गंदा
विभाग पर्यटकों को तो इस देवधरा को स्वच्छ रखने का संदेश देता है लेकिन स्वयं उसी के भवन की सीवरेज वातावरण को गंदा कर रही है। इसकी सीवरेज पाइपें टूट चुकी हैं और सारी गंदगी खुले में बह रही है। इससे यहां लोगों का रहना दूभर हो रहा है। इस भवन में रह रहे कर्मचारी शौचालयों का प्रयोग तो करते हैं लेकिन सीवरेज खुले में ही बह रही है। इससे आसपास के क्षेत्र में भी हर समय दुर्गंध फैली रहती है और बीमारियां फैलने का खतरा भी बना हुआ है।