शिमला में जनेडघाट- डूब्लु -गौड़ा-यशवंतनगर मार्ग पर लखोटी के समीप करीब चार माह पहले केवल 8 मीटर क्षतिग्रस्त हुई सड़क आज तक नहीं बन पाई है जिससे विशेषकर टमाटर के सीजन में किसानों को अपने उत्पाद मंडियों तक पहुंचाने में बहुत परेशान पेश आ रही है। लेकिन विभाग द्वारा चार माह तक कोई कार्यवाही न करने पर लोगों में सरकार के प्रति गंभीर नाराजगी देखी गई है।
लखोटी गांव के महेश इंद्र ठाकुर, नोंवा गांव के सुरेन्द्र ठाकुर, विश्वानदं ठाकुर सहित अनेक किसानों ने लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि मात्र 5 मीटर सड़क टूटने के कारण वाहनों की पिछेल 4 महीने से आवाजाही बंद होने से किसानों को टमाटर, फ्रांसबीन, शिमला मिर्च इत्यादि उत्पादों को अब वाया चायल से सोलन पहुंचाना पड़ रहा है जिससे करीब तीस किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी होने से किसानों को गाड़ियों का भाड़ा भी ज्यादा अदा करना पड़ रहा है।
किसानों को आरोप है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा गत दस दिनों से डंगे का कार्य शुरू किया गया जोकि धीमी गति से चल रहा है जिससे प्रतीत होता है कि यह सड़क टमाटर तक तैयार नहीं हो पाएगी। यही नहीं इस रोड पर सोलन से आने वाली सभी बसें भी बंद हो गई है जिससे विशेषकर बीमार लोगों को सोलन से दवाई और अन्य सामान लाने में बहुत दिक्कत हो रही है। सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग जुन्गा गुरमेल चंद ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क पर क्रेटवायर का डंगा लगाया जा रहा है जिस पर करीब पांच लाख की राशि व्यय होगी। आशा की जा रही है कि यह सड़क शीघ्र ही वाहनों की आवाजाही के लिए खुल जाएगी।