मंडी में प्रदेश की पहली मैकेनिकल पार्किंग बनने जा रही है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने प्रारूप भी तैयार कर भूमि का चयन भी कर लिया है। यह पार्किंग शहर के बीचों बीच स्थित यू-ब्लॉक प्राइमरी स्कूल के प्रांगण में बनाई जाएगी। इस छोटे से स्थान पर 1100 गाड़ियों को खड़ा करने का प्रावधान होगा।
बता दें कि मैकेनिकल पार्किंग आज के आधुनिक युग की पार्किंग है। इसमें एक छोटे से स्थान पर बहुमंजिला ढांचा बनाया जाता है जो पूरी तरह से या तो झूले की तरह या फिर लिफ्ट की तरह काम करता है। जब गाड़ी पार्किंग के लिए आती है तो उसे लिफ्ट करके अन्य मंजिलों पर ले जाकर पार्क किया जाता है। ये पूरी तरह से मैकेनिज्म के कारण संभव हो पाता है। लेकिन इसके रख रखाव पर काफी खर्च आता है।
मंडी में बनने वाली इस पार्किंग के रख रखाव पर सालाना सवा करोड़ की धन राशि खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सरकार इसके निर्माण के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन इसके उचित रखरखाव की परेशानी को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि सरकार सभी बातों को ध्यान में रखकर जल्द ही कोई उचित निर्णय लेगी जिससे शहर में पार्किंग की व्यवस्था मुहैया करवाई जा सके।
गौरतलब है कि इस पार्किंग के निर्माण के लिए पहले दो स्थान चिंन्हित किए गए थे जिनमें से एक जैंजू और दूसरा स्थान जेल के पास था। पूर्व सरकार ने दोनों स्थानों का शिलान्यास भी कर दिया था लेकिन चिंन्हित स्थान नदी नालों के पास होने के कारण एनजीटी से इसके निर्माण की अनुमति नहीं मिल सकी। इन दोनों स्थानों पर 600 गाड़ियों को खड़ा करने का प्रावधान किया जाना था।
मौजूदा समय में मंडी शहर में कहीं पर भी पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। हालांकि नगर परिषद ने कुछेक स्थानों पर पार्किंग बनाई लेकिन गाड़ियों के दबाव के आगे यह नाकाम साबित हो रही हैं। एेसे में लोगों को जहां जगह मिलती है वहीं वाहनों को खड़ा कर देते हैं इससे राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।