केंद्र सरकार ने पहली बार दुर्गम क्षेत्रों को तरज़ीह देते हुए अपने भारत स्वच्छ मिशन का हिस्सा बनाया है । शाहपुर के सबसे दुर्गम क्षेत्र धारकंडी की कनोल पंचायत में पहुंचे केंद्रीय स्वास्थय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने इसका उदाहरण स्थापित किया है। ग्राम स्वराज अभियान के तहत केंद्रीय मंत्री ने इस क्षेत्र में पहुंच कर न केवल ख़ुद कूड़ा-कर्कट उठाकर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की बल्कि लोगों को भी स्वच्छ्ता का सन्देश दिया। केंद्रीय मंत्री ने स्कूली छात्रों की ओर से निकाली गई स्वच्छ्ता रैली को भी स्कूल से हरी झंडी दिखाई।
वहीं, इस अभियान का हिस्सा बनीं कैबिनेट मंत्री सरवीण चौधरी ने भी लोगों से अपने आस-पड़ौस और अपने वातावरण को साफ़ सुथरा बनाये रखने की अपील की। वहीं इस ख़ास मौके पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वो यहां सिर्फ 10-15 मिनट की सफ़ाई के लिए ही नहीं पहुंचे हैं बल्कि वो सामाजिक सोच को बदलने के लिए यहां पहुंचे हैं ।
उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल से 5 मई तक 60 कार्यक्रम ऐसे रखे गए हैं। देश के 160 जिलों में से 115 जिले ऐसे चुने हैं जिन्हें पिछड़ा जिला की श्रेणी में रखकर उनका विशेष तौर पर विकास किया जाएगा । वहीं देश भर में 21 हज़ार गांवों में आज 93 हिमाचल के गांव भी हैं जहां स्वास्थय दिवस मनाया जा रहा है और उन्हीं गांवों में से कनोल भी एक है।
नड्डा ने कहा कि इस गांव में अगले एक सप्ताह तक विशेष अभियान चलाया जाएगा । जिसके तहत टीकाकरण समेत कई कार्यक्रम होंगे ताकि कनोल का कायाकल्प हो सके। नड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी सरकार बेहद संजीदगी के साथ काम कर रही है । स्वस्थ्य के आयामों में भी दिन प्रतिदिन बढ़ौतरी की जा रही है । इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें अपनी जीवन शैली को बदलने की जरूरत है । वहीं, इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये कांगड़ा के लिए सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहला पारितोषिक कांगड़ा जिला को मिलने जा रहा है। जिसके लिए कांगड़ा प्रशासन बधाई का पात्र है।