बढ़ते आवारा पशुओं की आबादी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। सड़क हादसों को न्योता देने में यह पशु अपनी भूमिका निभा रहे हैं सड़कों पर फिर रहे आवारा पशुओं से ट्रैफिक भी बाधित हो रही है। इनकी बढ़ती आबादी ने लोगों के मन में खौफ़ पैदा कर दिया है। लोग सड़कों पर घूमने से हिचकते हैं। सरकार हर बार गौसदन बनाने के दावे करती है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है जिससे इनके आतंक से निजात पाया जा सके।
वहीं, दूसरी ओर किसानों ने अपनी फसल बीजना भी बंद कर दिया है क्योंकि आवारा पशु फसलों को तबाह कर देते है। आवारा पशुओं का कहर जिला कांगड़ा में हर रोज काफ़िर होता जा रहा है। पशुओं के कहर के आगे इंसान भी बेबस हो गया है क्योंकि जिला भर की सड़कों पर पशुओं की तादात में बढ़ोतरी होती जा रही है। लेकिन किसी का ध्यान नहीं है और सड़क पर दुर्घटनाओं में भी यह पशु पीछे नहीं हटते हैं।
कभी-कभी तो हालात ऐसे हो जाते हैं कि पूरी सड़क को घेर कर पशु बैठ जाते हैं। बार-बार हॉर्न बजाने पर भी ये पशु रास्ते से नहीं हिलते हैं। कई दफा इनको बचाने के चक्कर में दर्दनाक हादसे भी हो चुके हैं और काफी लोगों की जान भी जा चुकी है और दर्जनों लोग घायल भी हो चुके हैं।