मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सुविधाओं का मसला जिला परिषद हमीरपुर की तरह मासिक बैठक खूब चर्चा में रहा. जिला परिषद हमीरपुर के सभागार में त्रैमासिक बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया था. इस बैठक में व्यवस्थाओं को लेकर ही जिला परिषद के उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी ने सवाल उठा दिए. दरअसल सभागार में अधिकारियों के सामने माइक ही नहीं लगाए गए थे एक ही माइक के सहारे कार्य किया जा रहा था. जिससे अधिकारियों के जवाब सही तरीके से सुनाई नहीं दे रहे थे. ऐसे में जिला परिषद हमीरपुर के उपाध्यक्ष नरेश कुमार दर्जी ने अधिकारियों को खरी-खोटी सुना दी.
बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष बबली देवी ने की बैठक में एडीएम हमीरपुर जितेंद्र सांजटा विशेष रूप से मौजूद रहे. गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में बेड की कमी के कारण गायनी वार्ड में महिला मरीजों को अधिक अधिक पेश आ रही है. हालात ऐसे हैं कि मेडिकल कॉलेज में प्रसूता महिलाओं को भी बेड नहीं मिल पा रहे हैं. एक बेड पर दो से 3 मरीज दाखिल किए गए हैं मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रबंधन का तर्क है कि अतिरिक्त व्यवस्था की गई है लेकिन बेड की कमी के कारण अधिक दिक्कत पेश आ रही है. जिला परिषद के सदस्यों ने यहां तक दावा किया कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के विभिन्न वार्ड में मरीजों को कंबल तक नहीं मिल पा रहे हैं.
सेल्फ किसी और पंचायत का फण्ड किसी और को
जिला परिषद सदस्यों ने बैठक में दावा किया कि जिस पंचायत के लिए वह सेल्फ भरकर फंड आवंटित करना चाह रहे हैं उस पंचायत को पैसा नहीं मिल रहा है. सेल्फ किसी और पंचायत का भरा जाता है और फंड किसी और पंचायत को जिला परिषद कार्यालय से जारी किया जाता है.
बैठक में कुल 13 पदों पर हुई चर्चा
जिला परिषद हमीरपुर के त्रैमासिक बैठक में कुल 13 मदों पर चर्चा हुई. जिला परिषद के 15वें वित्त आयोग की राशि की रिपोर्ट से लेकर विभिन्न विभागों की सवाल इन मदों से जुड़े हुए थे. सड़क बिजली पानी मूलभूत सुविधा से जुड़ी समस्याओं के सवाल भी जिला परिषद के सदस्यों ने बैठक में रखें. बैठक में जिला परिषद कार्यालय हमीरपुर के अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यशैली पर भी सवाल उठाया गया.