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बिलासपुरः डाईट जुखाला में स्काई वाचर से देखा गया साल का आखिरी सूर्यग्रहण

सुरेन्द्र जम्वाल, बिलासपुर |

जिला बिलासपुर में वीरवार को इस साल के आखिरी सूर्यग्रहण को देखने के लिए हिमाचल प्रदेश के पहले साइंस पार्क डाईट जुखाला में विशेष प्रबंध किए गए थे। जहां पर डाईट जुखाला के स्टाफ, प्रशिक्षुओं, जुखाला कॉलेज के स्टाफ, छात्रों और क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने सूर्य को लगे ग्रहण को आधुनिक यंत्रो की सहायता से देखा। डाईट के प्रधानाचार्य राकेश पाठक ने बताया कि आज करीब 300 लोगों ने इसके दर्शन किए। डाईट जुखाला ने सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए 24 दिसंबर को एक कार्यशाला का आयोजन भी किया था। जिसमें यही समझाया गया कि आप किस तरह से वैज्ञानिक तरीके से इसे देख सकते हैं जिससे आपको इसका नुक्सान भी न पहुंचे। जिसके बाद डाईट जुखाला ने अपने संस्थान में यह आधुनिक यंत्र उपलब्ध करवा कर लोगों को सूर्य पर लगे ग्रहण के दर्शन करवाए।

डाईट जुखाला में प्रथम संस्था के सहयोग से सुबह 9 बजे से डाईट के मैदान में यह आधुनिक वैज्ञानिक यंत्र स्थापित कर दिए थे और सुबह से ही लोग यहां पर सूर्य पर लगने वाले ग्रहण के दर्शन करने के लिए उपस्थित थे। डाईट की तरफ से सूर्य पर लगने वाले ग्रहण को देखने के लिए फ़िल्टर, टेलिस्कोप और स्काई वाचर वैज्ञानिक यंत्र स्थापित किए गए थे। जिनकी साहयता से लोगों ने सूर्य ग्रहण के दर्शन किए। डाईट के  विज्ञान मित्र मोनिका ने इन यंत्रो की सभी को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्काई वाचर यंत्र का इस्तेमाल आसमान में खगोलीय पिंड इत्यादि देखने के लिए इस्तेमाल होता है। सूर्य पर लगने वाले ग्रहण को देखने के लिए विशेष फिल्टर को इस यंत्र पर लगाना पड़ता है जिसके बाद इसे आप सीधे टूर पर देख सकते हैं। लेकिन अभी तक यहां पर इस पर लगने वाला फिल्टर उपलब्ध नहीं है। जिसकी वजह से स्काई वाचर की सहयता से सीधे टूर पर सूर्य पर लगने वाले ग्रहण को देख नहीं सकते।

उन्होंने स्काई वाचर से सूर्य पर लगने वाले ग्रहण की छवि को लोगों को बताया। फिल्टर के माध्यम से लोगों को इसके दर्शन करवाए। डाईट के प्रधानाचार्य राकेश पाठक ने बताया कि डाईट में सूर्य पर लगने वाले ग्रहण को देखने के लिए विशेष प्रबंध किए थे और इससे पहले 24 दिसम्बर को इसके लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास स्काई वाचर पर लगने वाला फिल्टर उपलब्ध नहीं है जिसकी वजह से लोग स्काई वाचर यंत्र की माध्यम से सीधे सूर्य ग्रहण के दर्शन नहीं कर पाए। लेकिन अब इस फ़िल्टर को जल्द मंगवाया जा रहा है ताकि भविष्य में जब दोबारा से सूर्य ग्रहण हो तो स्काई वाचर यंत्र के माध्यम से लोगों को सीधे तौर पर इसे दिखाया जा सके।