रिटायर्ड कर्मियों को दोबारा नौकरी देने के बयान का भोरंज बेरोजगार शिक्षक संघ ने विरोध किया है। इस संबंध में भोरंज के बेरोजगार प्रशिक्षित अध्यापकों ने तहसीलदार भोरंज के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को रिटायर्ड अध्यापकों की दोबारा नियुक्तियां देने के विरोध में ज्ञापन सौंपा।
बेरोजगार शिक्षकों का कहना है कि जब सरकार बनी थी तो मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा था कि हमारी सरकार में टायर्ड और रिटायर्ड कर्मचारी नही चलेंगे। लेकिन, अब सरकार रिटायर्ड अध्यापकों को दोबारा नियुक्तियां देने की बात कर रही है जो कि बेरोजगार युवाओं के साथ सरासर अन्याय है।
जब प्रदेश में हजारों की संख्या में टेट पास बेरोजगार दर दर की ठोकरें खा रहे हैं तो फिर रिटायर्ड अध्यापकों को रखने की बात क्यों कि जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो बेरोजगारों ने शीघ्र ही सड़कों पर उतरेगें। फिर भी सरकार नहीं जागी तो सभी प्रशिक्षित बेरोजगार अपनी डिग्रियां सीएम को सौंप देंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि शीघ्र ही प्रदेश सरकार ये नियुक्तियां जो सरकार करने जा रही है उन्हें बन्द करे क्योंकि एक तो बे लोग पहले ही पेंशन लेते है और प्रदेश में फिर से सरकारी नौकरियां प्राप्त कर बेरोजगारों के हक को मार रहे हैं।
प्रदेश के हजारों युवाओं ने लाखों रुपये बीएड पर खर्च किये हैं टेट पास करके भी युवाओं को अभी तक नौकरी नहीं मिली है। बेरोजगार शिक्षक बर्ग ही ऐसा बर्ग है जो हमेशा उपेक्षा का शिकार होता रहा है पिछले कई वर्षों से प्रदेश में हजारो शिक्षकों के पद रिक्त हैं उन पर प्रदेश सरकार कभी पीटीए तो कभी एसएमसी के माध्यम से भर्ती कर रखा है जो कि शिक्षा के साथ भद्दा मजाक है।