पर्यटन नगरी धर्मशाला में चल रहे रोपवे का सफर धर्मशाला में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए बेहद सुरक्षित होने वाला है। धर्मशाला रोपवे देश का ऐसा पहला रोपवे होगा, जो अति अत्याधुनिक बन रहा है। इस रोपवे की खासियत यह है कि यह बिना गियर का होगा। यानी रोपवे स्व: संचालित होगा। रोपवे की ट्रॉली में गेयर नहीं होने के कारण यात्री जल्द दूसरे छोर पर पहुंच पाएंगे। अत्याधुनिक तकनीक से लेस होने के कारण रोपवे में एक घंटे में 800 यात्री सफर कर सकेंगे।
अत्याधुनिकता की वजह से धर्मशाला रोपवे में 7 फीसदी बिजली भी कम खर्च होगी, जिसका फायदा पर्यटकों को सस्ती टिकट के रूप में मिल सकता है। रोपवे के बनने से पर्यटन नगरी धर्मशाला में लोगों को सड़क जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा। धर्मशाला में पर्यटन को बढ़ावा और यातायात की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से बनाया जा रहा रोपवे प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण पर है। धर्मशाला से मैक्लोडगंज के लिए बन रहे रोपवे का करीब 85 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। अब निजी कंपनी की ओर से इस प्रोजेक्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस रोप वे में अब ट्रालियां लगाना शुरू हो चुकी हैं। इस माह के अंत तक ट्रायल भी हो जाएगा। यानी अगले माह धर्मशाला रोपवे शुरू हो सकता है।
भाजपा मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा ने बताया कि इस बिना गेयर वाले रोपवे में 18 ट्रॉलियां लगाई जाएंगी। हर ट्रॉली में एक साथ आठ लोग सफर कर सकेंगे। वहीं यह आधुनिक तकनीक वाला रोपवे दूसरों के मुकाबले पांच से सात प्रतिशत कम बिजली इस्तेमाल करेगा। वहीं, दूसरे गेयर वाले रोपवे के मुकाबले इसके रखरखाव का खर्चा भी कम है। पिछले सप्ताह से रोपवे प्रोजेक्ट में ट्रालियां लगाई जा रही हैं। जल्द ही कार्य को पूरा कर लिया जाएगा औक उद्घाटन के बाद रोपवे को शुरु कर जिया जाएगा।