NH-5 के फॉरलेन का कार्य परवाणू से शुरू होकर सोलन तक अपने आखिरी पड़ाव में पहुंच गया है। अभी फोरलेन का कार्य काफी बचा हुआ है लेकिन अब कार्य सोलन के बाईपास चौक पर चल रहा है जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फोरलेन के कार्य के चलते बड़ी-बड़ी पोकलेन मशीनों द्वारा सड़क की खुदाई का कार्य किया जा रहा है।
गौरतलब है की यहीं से सुबाथु, धर्मपुर, कालका, चंडीगढ़ के लिए लोग बस पकड़ते हैं। इसी वजह से यहां सारा दिन काफी चलपाहल बनी रहती है। काम के चलते जहां एक तरफ जाम लगा रहता है वहीं रेहड़ी फड़ी वाले भी धूल फांकने को मजबूर हो रहे हैं। सारा दिन उनके सिर पर किसी भी दुर्घटना होने का डर बना रहता है।
नगरपरिषद द्वारा अभी तक वेंडर मार्किट तैयार करवाकर इन रेहड़ी-फड़ी वालों के सुपुर्द नहीं किया गया है। बाईपास चौक पर बन रही वेंडर मार्किट का कार्य चींटी की चाल से हो रहा है जिससे लगता है की आने वाले 2-3 महीने इसी तरह रेहड़ी फड़ी वालों को डर के साये में अपने और अपने परिवार का भरणपोषण करने के लिए कार्य करना होगा।
हालांकि जब फोरलेन का कार्य शुरू हुआ था तभी रेहड़ी फड़ी वालों को सड़क किनारे से हटाकर स्थाई जगह बैठने की बात कही गई थी। पूर्व मंत्री और स्थानीय विधायक धनि राम शांडिल द्वारा भी वेंडर मार्किट के लिए फंड की व्यवस्था करवाई गई थी। बावजूद इसके 3 साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी नगर परिषद द्वारा रेहड़ी फड़ी वालों के लिए स्थाई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि रेहड़ी-फड़ी वालों द्वारा नगर परिषद को अपनी-अपनी रेहड़ियां लगाने के लिए टैक्स दिया जाता है। ऐसे में यदि कोई दुर्घटना या हादसा होता है तो इसका जिम्मेवार कौन होगा।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अमन सेठी ने कहा की नगर परिषद रेहड़ी फड़ी वालों की तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है। और जो वेंडर मार्किट बनाई जा रही है वो किसी मुर्गीखाने से कम नहीं है। उसमें सुरक्षा व्यवस्था का बिलकुल ध्यान नहीं रखा गया है। यदि कोई हादसा होता है तो उसके प्रणाम घातक होंगे। उन्होंने नगर परिषद अध्यक्ष से जल्द से जल्द रेहड़ी वालों को विस्थापित करने की मांग की।
नगर परिषद अध्यक्ष डीके ठाकुर ने कहा की कानून के दायरे में रहकर रेहड़ी वालों को बसाया जायेगा। उन्होंने कहा की यदि कोई रेहड़ी वाला वेंडर मार्किट में दुकान लेने से मना करता है तो उसके साथ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा की जल्द ही वेंडर मार्किट बन कर तैयार हो रही है और इससे रेहड़ी वालों को लाभ मिलेगा।