कुल्लू के सरकारी स्कूलों का हाल किसी से छिपा नहीं है। वर्तमान में हालत यह हैं कि इन स्कूलों में छात्रों की संख्या में लगातार कमी आई है और इनमें करीब चार या पांच विद्यार्थी ही शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षा विभाग कुल्लू के शिक्षा उप निदेशक (एलीमेंटरी) ने ऐसे ही करीब 18 प्राथमिक स्कूलों की सूची तैयार कर शिक्षा निदेशक को भेज दी है। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या चार से पांच के बीच है।
10 ऐसे मिडिल स्कूल भी हैं, जिनमें 10 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें से एक स्कूल ऐसा भी है, जहां पर बच्चों की संख्या शून्य है। लिहाजा, शिक्षा विभाग कुल्लू ने इन प्राथमिक और मिडिल स्कूलों को बंद कर उन्हें समीप के स्कूलों के साथ मर्ज करने की प्रपोजल भेजी है। यदि शिक्षा निदेशक और सरकार की ओर से इस सूची को स्वीकृत किया गया तो कुल्लू के 18 प्राथमिक और 10 मिडिल स्कूलों में ताला लटक सकता है।
इन स्कूलों को एक से लेकर 11 किलोमीटर तक दूर के स्कूलों के साथ मर्ज करने की योजना है। इस सूची में उन स्कूलों के नाम और दूरी भी दर्ज है, जिनके साथ बंद होने वाले स्कूलों को मर्ज किया जा सकता है।