हिमाचल प्रदेश में जल्द ही बड़ी कंपनियां निवेश कर सकती है। इसके लिए हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बड़ी कंपनियों को निवेश का न्यौता दिया और कई कंपनियों ने भी उनके इस आमंत्रण में रुचि दिखाई है। आगामी जून माह में कुछ कंपनियां यहां आ सकती हैं।
दरअसल, प्रदेश सरकार ने कन्फेडरेशन ऑफ इण्डस्ट्रीज (सीआईआई) के साथ मिलकर हिमाचल में होने वाले इन्वेस्टर्स मीट-2019 में उद्यमियों को आमंत्रित करने के लिए बेंगलुरू में रोड-शो का आयोजन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उद्योगों के प्रमुखों के साथ अलग-अलग बातचीत की और उन्हें हिमाचल में निवेश करने को कहा।
इस दौरान टोयोटा किर्लोस्कर ऑटो पार्ट्स के प्रबंध निदेशक के.जी. मोहन कुमार, मैक्स हाइपरमार्केट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक राजीव कृष्णन, मुख्य वित्तीय अधिकारी राघवेंद्र स्वामीनाथन, ऑटोमोटिव एक्सल्स लिमिटेड के अध्यक्ष और सीआईआई कर्नाटक के अध्यक्ष डॉ. एन. मुथुकुमार, डेल इंटरनेशनल के समूह निदेशक सरकारी मामले और सार्वजनिक नीति तबरेज अहमद, इण्डो निसान के महा प्रबंधक योगेश वोरा, प्रमुख कार्यकारी अधिकारी दाराशॉ बर्मन मेहता ने निवेश करने की इच्छा व्यक्त की है।
इसके साथ ही प्रधान सचिव वाणिज्य और उद्योग, आईटी और बीटी गौरव गुप्ता, वॉलवो इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबन्ध निदेशक, नम्मा निम्मा साईकिल फाऊंडेशन के सीईओ मुरली, इण्डियन डिजाईन के सीईओ रवि कुमार, एमेजॉन इण्डिया के निदेशक विक्रेता गोपाल पिलेई, रॉयल ऑर्किडज होटल के प्रबन्ध निदेशक चन्द्र बालजी, इण्डिया इलेक्टॉनिक्स और सेमी कंडकटर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश राम मिश्रा, मैट्रो कैस एण्ड कैरी के कॉरर्पोरेट मामलों के अध्यक्ष भानू आरोड़ा आदि शामिल थे।
वहीं, जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में निवेश के लिए इच्छुक उद्यमियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। अपनी निवेश प्रतिबद्धताओं को वास्तविकता में बदलने के लिए, उन्हें आगे आना चाहिए और राज्य द्वारा प्रस्तावित विभिन्न निवेश अवसरों का लाभ उठाना चाहिए। हिमाचल न केवल देवभूमि है, बल्कि देश के औद्योगिक हब के रूप में उभरने की ओर भी अग्रसर है।