➤ शिमला विधानसभा में तिब्बती जोंगसर स्कूल के 162 छात्रों ने किया सदन का भ्रमण
➤ विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने छात्रों को संसदीय प्रणाली की दी जानकारी
➤ सदन की कार्यप्रणाली, संविधान और लोकतंत्र के महत्व पर दिया व्याख्यान
पराक्रम चंद, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर आज एक खास और शिक्षाप्रद दृश्य का साक्षी बना जब तिब्बती जोंगसर कनिष्का चौंतड़ा, जोगिंदरनगर के 162 छात्र-छात्राओं और 18 शिक्षकों ने विधानसभा सचिवालय का भ्रमण किया और सदन की कार्यप्रणाली का गहन अवलोकन किया। यह कार्यक्रम छात्रों के लोकतांत्रिक प्रक्रिया की समझ बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इस अवसर पर छात्रों से संवाद किया और उन्हें भारतीय संसदीय प्रणाली, विधानसभा की भूमिका, सदस्यों की जिम्मेदारियां, और लोकतंत्र की बुनियादी संरचना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को बताया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ जनप्रतिनिधि चुनकर संसद और विधानसभाओं का गठन करते हैं।
पठानिया ने कहा कि संसद ही देश की नीति निर्धारण की धुरी है और वहीं से कानून बनते हैं। उन्होंने बताया कि संसद के पास संविधान संशोधन, महाभियोग, और प्रधानमंत्री को हटाने जैसे अधिकार भी होते हैं। उन्होंने संविधान में आरक्षण व्यवस्था के महत्व पर भी प्रकाश डाला जिससे समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व और समान अवसर मिल सके।
स्कूल की प्रधानाचार्य ने बताया कि यह संस्थान एक धार्मिक ट्रस्ट के अधीन चलता है और यहाँ पर बौद्ध धर्म की शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक विषयों की पढ़ाई भी करवाई जाती है। स्कूल में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के छात्र पढ़ते हैं जो इसे राष्ट्रीय एकता का प्रतीक भी बनाते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने विद्यार्थियों को लोकतंत्र की शक्ति और उसके महत्व को समझने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें संविधान के मूल्यों और अधिकारों का सम्मान करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने सभी छात्रों को आशीर्वाद और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।



