प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बदलने के साथ ही अब आगे की राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हमीरपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने ब्लॉक और जिलों में कमजोर इकाइयां बनाई हुई हैं। नए प्रदेश अध्यक्ष को इस चीज को ध्यान में रखकर इन इकाइयों में बदलाव करना चाहिए । मतलब स्पष्ट है कि वीरभद्र सिंह ने भविष्य के संकेत दे दिए हैं । उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले पहले ही ब्लॉक स्तर, जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर कार्यकारिणीओं में बदलाव होना जरूरी है। तभी कांग्रेस पार्टी आने वाला चुनाव जीत सकती है। उन्होंने कहा कि बहुत से ब्लॉक ऐसे हैं, जहां पर अध्यक्ष सिर्फ नाम के हैं। ऐसे अध्यक्षों की कांग्रेस पार्टी को कोई जरूरत नहीं है और उन्हें बदला जाना चाहिये ।
आपको बता दें कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ वीरभद्र सिंह का 36 का आंकड़ा रहा है और सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थन में जितने भी ब्लॉक हिमाचल प्रदेश में है, वहां हमेशा ही वीरभद्र सिंह को विरोध का सामना करना पड़ा है। विशेष रूप से हमीरपुर में । जब भी वीरभद्र सिंह किसी निजी कार्यक्रम में आते हैं तो कांग्रेस का संगठन पूरी तरह उनका बहिष्कार कर देता है।