लाहौल-स्पीति के चन्द्रताल में अभी भी कुछ सैलानी फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन का अभी तक इन सैलानियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। मंगलवार शाम इनके परिजन भी भुंतर हवाई अड्डा पहुंचे, लेकिन जब वो हवाई रेस्क्यू में भुंतर नहीं पहुंचे तो परिजन मायूस हो गए। बजौरा के रहने वाले पीसी बौद्ध ने बताया कि उनका भतीजा बंटी बौद्ध 3 अन्य लोगों के साथ 21 सितम्बर को चन्द्रताल घूमने गया था, लेकिन उसके बाद से ही उसके साथ उनका कोई सम्पर्क नहीं हो पाया है। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि वो जल्द चन्द्रताल में फंसे लोगों से सम्पर्क करें और उन्हें वहां से रेस्क्यू किया जाए।
वहीं, अपने दोस्तों के साथ घूमने आया राजस्थान का एक युवक भी लाहौल में लापता हो गया है। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले दिल्ली के मोट मस्जिद, गुरुद्वारा के पास साउथ एजीटेशन पास-2 में रहने वाले राजस्थान के लोकेश लवानिया अपने दोस्तों के साथ लाहौल घूमने आया था। शुक्रवार को उसने फोन पर अपने परिजनों से बातचीत कर इसकी सूचना भी दी।
लोकेश की मां ने कहा कि उनके साथ बेटे की आखिरी बातचीत 21 सितंबर को हुई थी। लोकेश ने कहा था कि वह लाहौल के केलांग दोस्तों के साथ जा रहा है। वहां उसने एक होटल में रुकने में बात भी कही। इसके बाद लाहौल में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया जिसके बाद अब उसका नंबर बंद आ रहा है। उसके साथ चार दिनों में कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि लोकेश को जल्द तलाशा जाए।
डीसी यूनुस ने बताया कि बुधवार को वायुसेना के हेलीकॉप्टर चन्द्रताल में रैकी करेंगे और अगर कोई वहां पर फंसा होगा तो उसे तुरंत वहां से निकाल लिया जाएगा। घाटी में फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं और हेलीकॉप्टर के माध्यम से उन्हें कुल्लू लाया जा रहा है।