किनौर में हुए हादसे में 14 लोगों के शव निकाल दिए गए हैं जबकि राहत और बचाव कार्य जारी है। दुःखद हादसे पर सदन में 2 मिनट का मौन रखा गया। पक्ष और विपक्ष ने मृतकों को श्रधांजलि दी। कांग्रेस ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया। वहीं, उन्होंने राहत – बचाव कार्य में हुई देरी पर भी सवाल किए।
विधायक आशा कुमारी ने कहा कि कांग्रेस के नेता मुकेश अग्निहोत्री, नंदलाल, विक्रमादित्य और किन्नौर के विधायक जगत नेगी स्वयं मौके पर गए हैं। 14 लोगों के शवों को निकाल लिया गया है। सदन में 2 मिनट का मौन रख कर श्रधांजलि दी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का यह नतीजा है। नेशनल हाईवे पर ब्लास्टिंग के कारण यह हादसे हो रहे हैं जो कि चिंतनीय है। सदन में शोक उदगार किया गया है। घटना स्थल पर मशीनरी नारकण्डा से पहुंची। एनडीआरफ नूरपुर से किन्नौर पहुंची ऐसे में देरी होना स्वभाविक था। ऐसे में सरकार को मशीनरी और अन्य राहत बचाव केंद्रों की स्थापना ऐसे स्थानों पर करनी चाहिए जहां ऐसे खतरों की ज्यादा संभावना होती है।
वहीं, किन्नौर हादसे पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हादसे में 14 मृतकों के शव को निकाल लिया गया है। हादसे में ओर लोगों के भी दबे होने की आशंका जताई गई है। सर्च ऑपरेशन जारी है। मुख्यमंत्री किन्नौर गए हैं वह घायलों का कुशलक्षेम जानने भावा नगर हॉस्पिटल गए हैं। मृतकों के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार देने की घोषणा की है।
उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे रिस्टोर कर दिया गया है। लेकिन आवाजाही शुरू नहीं की गई है। सदन में भी वक्तवय दिया गया है 2 मिनट का मौन रखा गया है। विपक्ष के लोगों ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त की है। वहीं, उन्होंने विपक्ष के राहत बचाव कार्यों में हुई देरी के जवाब में कहा कि बीजेपी के प्रयासों से एनडीआरफ नूरपुर आई थी इससे पहले एनडीआरफ पंजाब या बाहर के प्रदेशों से आती थी।