विजय दिवस के मौके पर राज्य शहीद स्मारक धर्मशाला में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और शहीदों की शहादत और सैनिकों के जज्बे को सलाम किया गया। इस मौके पर मेजर जनरल मनोज तिवारी ने कहा कि देश का नागरिक जांबाज जवानों के कारण ही सुरक्षित हैं। हिमाचल की धरती वीर सपूतों की धरती है। उन्होंने कहा कि हमारा जो यूवा वर्ग है वे इस कार्यक्रम से प्रेरणा ले और भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करें।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान 16 दिसंबर जिन सैनिकों ने भारत देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है उसे कभी भुलाया नही जा सकता। इस युद्ध के अंत में 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था और भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी।
विजय दिवस के मौके पर भारत माता का पूजन किया। इस मौके पर दीप प्रज्ज्वलन कर विजय दिवस के रूप में मनाया गया साथ ही शहीद हुए भारत के वीर सपूतों की गौरव गाथा को याद कर उन्हें नमन किया गया। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिकों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।