शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर 17 से 22 अक्टूबर तक उड़ान मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में नाबार्ड द्वारा समर्थित स्वयं सहायता समूहों की ग्रामीण महिलाओं और किसान उत्पादन संगठनों द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। मेले में हिमाचल समेत हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और उत्तराखंड के स्वयं सहायता समूह और किसान उत्पादन संगठन हिस्सा ले रहे हैं। 2018 में पहली बार इस मेले का आयोजन किया गया था। जिसके माध्यम से संगठनों को अपने उत्पादों को बेचने का अवसर मिलता है। इसमें एक सहायता समूह को नाबार्ड द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है।
ये जानकारी नाबार्ड हिमाचल क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महा प्रबंधन निलय कपूर ने दी। उन्होंने बताया कि देश मे लगभग 90 लाख स्वयं सहायता समूहों का गठन नाबार्ड के माध्यम से हो चुका है। जबकि हिमाचल में लगभग 54392 स्वयं समूह काम कर रहे हैं। मेले में चम्बा, पांगी के उत्पाद, अन्य जिलों के मसाले और दालें, ऊना के ग्रमीणों द्वारा बनाया बांस का फर्नीचर और कुल्लू हैंडलूम उत्पाद भी लगाए जाएंगे।
हिमाचल सरकार को विभिन्न योजनाओं के तहत 700 करोड़ दिए जा रहें है। जलवायु परिवर्तन को लेकर भी नाबार्ड काम कर रहा है। नाबार्ड का सपना है कि हिमाचल की ग्रामीण सभ्यता संस्कृति पर्यटन से जुड़ सकें इस पर काम किया जाएगा। सरकार से इसको लेकर बात चल रही है। इन्वेस्टर मीट में भी नाबार्ड अपना स्टॉल लगाएगा।