2 अक्तूबर यानी गांधी जयंति से देशभर में सिंगल प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पाबंदी लगने से पहले जिला ऊना प्रशासन लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान छेड़ेगा। उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में लोगों और सरकारी एजेंसियों से अपील की थी कि सिंगल प्लास्टिक के इस्तेमाल से देश को मुक्त करने की दिशा में वे 2 अक्टूबर को पहला बड़ा कदम उठाएं। इसी दिशा में जिला प्रशासन ऊना ने सरकारी स्कूलों में कपड़े के बैग निशुल्क बांटने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि दो अक्तूबर से जिला के स्कूलों में प्रथम चरण में लगभग 15 हज़ार कपड़े के बैग बांटे जाएंगे और प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने के बारे में जागरूक किया जाएगा। कुछ दुकानों पर यह बैग बिक्री के लिए भी उचित दाम पर उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में कपड़े के और बैग तैयार करवाए जाएंगे। बैग बनाने का काम जिला के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किया जाएगा और उन्हें सिलाई का मेहनतामा प्रदान किया जाएगा। संदीप कुमार ने बताया कि प्लास्टिक के बारे में जन जागरूकता लाने के लिए सभी एसडीएम तथा खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी जिला में व्यापार मंडलों के साथ बैठकें करेंगे और उनसे प्लास्टिक की रोकथाम में सहयोग करने की अपील करेंगे। साथ ही दो अक्तूबर तक अधिकारी निरंतर फील्ड में जाकर प्लास्टिक के इस्तेमाल पर औचक निरीक्षण भी करेंगे।
डीसी ने मांगा जन सहयोग
उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने इस अभियान में जन सहयोग भी मांगा है। उन्होंने लोगों से बैग बनाने के लिए कपड़ा दान में देने की अपील की। डीसी ने कहा कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, उद्योग विभाग तथा बैंक भी इस काम में सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में जो भी व्यक्ति बैग बनाने के लिए कपड़ा दान में देना चाहता है वह परियोजना अधिकारी डीआरडीए ऊना के कार्यालय में संपर्क कर सकता है और इस अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित बना सकता है। प्लास्टिक पर्यावरण के लिए खतरनाक डीसी ने कहा कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है और यह मानव स्वास्थ्य को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। पशु भी इससे मौत के शिकार बन रहे हैं, ऐसे में हमें प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। बाजार से खरीददारी के लिए जब भी निकलें, कपड़े या जूट का बैग साथ लेकर जाएं।