Categories: हिमाचल

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने की प्रदेश के ‘जल जीवन मिशन’ की सराहना

<p>प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में आज विभिन्न राज्यों के साथ हुई बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। महेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने &lsquo;जल जीवन मिशन&rsquo; के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया और हिमाचल के प्रयासों की सराहना की, जो प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि &lsquo;जल जीवन मिशन&rsquo; के अंतर्गत हिमाचल में प्राथमिकता से कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में हर घर को नल से जल उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।&nbsp;</p>

<p>उन्होंने कहा कि अर्धवार्षिक पुनर्विचार बैठक में इस वित्तीय वर्ष के दौरान 2,66,209 घरों को क्रियाशील घरेलू नल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे जिन गांवों में 70 प्रतिशत से अधिक कवरेज है उनमें शत-प्रतिशत घरों में जलापूर्ति प्रदान कर दी जाएगी। वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान जिला लाहौल-स्पिति में और प्रदेश के 5,081 गांवों में शत-प्रतिशत कार्यशील घरेलू नल उपलब्ध करवा दिए गए हैं।&nbsp;</p>

<p>जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2 अक्तूबर को स्कूलों, आंगनबाड़ी व आश्रमशाला को 100 दिनों के भीतर पाइप द्वारा पेयजल उपलब्ध करवाने का अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान को चलाने के लिए स्कूलों, आंगनबाड़ी, आश्रमशाला के आंकड़े एकत्रित करके उन क्षेत्रों में प्रमाणिता की जांच की जा रही है। इस अभियान में सरकारी संस्थानों के साथ गैर सरकारी स्कूलों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुल 16,889 विद्यालयों में से 16,478 स्कूलों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है तथा शेष 411 स्कूलों को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करवाने का कार्य प्रगति पर है। प्रदेश के कुल 18,925 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 18,533 को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है।</p>

<p>उन्होंने कहा कि प्रदेश में पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा 47 जल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं। इन प्रयोगशालाओं में अभी तक लगभग 40 हजार परीक्षण किए जा चुके हैं। पानी गणवत्ता प्रयोगशाला तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए एक राज्य स्तरीय प्रयोगशाला का निर्माण कार्य शुरू किया जा चुका है और 9 उप-मण्डलीय लैब दूरगामी क्षेत्रों में स्थापित की जाएंगी। विभाग द्वारा सबसे ऊंचे स्थान ताशीगंग में नल द्वारा पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। इस वर्ष सभी राज्य स्तरीय प्रयोगशालाओं को एनएबीएल द्वारा मान्यता दिलवा दी जाएगी। जन समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के दिशा-निर्देशों के अनुसार 2008 पंचायतों में वीलेज वाटर सैनिटेशन कमेटी का गठन किया गया है।</p>

Samachar First

Recent Posts

“JOA IT पदों पर चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी, इतने को मिली नियुक्ति”

  Shimla: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने राज्य चयन आयोग की सिफारिशों के आधार…

11 hours ago

अतिक्रमण एक रात का नहीं, सुक्खू सरकार से पहले हुआ अवैध निर्माण: कुलदीप

  Shimla : हिमाचल प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर विधानसभा की ओर से कमेटी…

11 hours ago

मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमीरपुर में ‘कायाकल्प’ अभियान से बदल रही है शहर की तस्वीर

  Hamirpur: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले के मुख्यालय हमीरपुर शहर की…

12 hours ago

राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठा रही है सरकार: बाली

  टांडा मेडिकल कालेज भी स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर नए आयाम कर रहा स्थापित विश्व…

12 hours ago

प्रमोशन लिस्ट के इंतजार में कई शिक्षक बिना प्रिंसिपल बने होंगे रिटायर

  वर्तमान में प्रिंसिपल के 500 पद है खाली लेक्चरर्स की 90:10 की मांग का…

13 hours ago

अनुष्का दत्ता पहुंची मिस यूनिवर्स इंडिया-2024 के फाइनल में, हिमाचल की पहली प्रतिभागी

  Shimla: रोह‍डू की रहने वाली 22 वर्षीय अनुष्का दत्ता मिस यूनिवर्स इंडिया 2024 प्रतियोगिता…

13 hours ago