सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 9 माह से लेकर 15 साल तक के बच्चों को खसरा-रूबेला इंजेक्शन लगाया जाएगा। इस बिमारी से बचने के लिए अब एक ही इंजेक्शन लगाया जाएगा। इस टीकाकरण अभियान की शुरूआत 30 अगस्त से की जाएगी, जिसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। टीकाकरण अभियान के बारे में सभी स्कूलों को निर्देश प्रसाशन ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं इसके साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों को भी खसरा-रूबेला इंजेक्शन के बारे में गांव-गांव तक जानकारी पहुंचाने के लिए कहा गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सावित्री कटवाल ने बताया कि खसरा-रूबैला वैक्सीन के लगाने से बच्चों की शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। इस टीकाकरण अभियान में सभी संबंधित विभागों की भागीदारी रहेगी। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ आंगनबाड़ी वर्कर इसमें पूरा करने के लिए सहयोग देंगे। सावित्री कटवाल ने बताया कि टीकाकरण अभियान को लेकर विभाग के कर्मचारियों को संयुक्त रुप से प्रशिक्षण दिया गया है।
क्या है रूबेला…
रूबेला एक खतरनाक बीमारी है, जो अक्सर नवजात शिशुओं को अपनी चपेट में लेती है। इस बीमारी के कारण नवजात शिशु बहरापन, अंधापन, मंदबुद्धि जैसी बीमारियों से ग्रस्त होता है। इसके अलावा बच्चे के दिल में सुराख होना जो कि अक्सर देखने को मिल रहा है यह बीमारी भी रूबेला के कारण ही होती है।